बड़ी लापरवाही! ब्लड टेस्ट की जगह कर डाली कोरोना जांच, जिंदा बच्चे को कागजों में मार डाला

मध्य प्रदेश के सीधी जिले से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का बेहद ही चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां, स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने ब्लड जांच कराने पहुंचे बच्चे का जबरन कोरोना टेस्ट कर दिया। इतना ही नहीं बच्चे को कोरोना पॉजिटिव भी बता दिया। इसके बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती करने की जगह होम आइसोलेट कर दिया और 20 दिन बच्चे को मृत घोषित भी कर दिया।

बता दें, कुछ दिनों पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेमरिया में 17 मृतकों की सूची लगाई गई। बाद में खुलासा हुआ कि इनमें 7 जिंदा हैं। सरकारी रिकाॅर्डों में मृत घोषित करने के बाद पीड़ित परिवार के सदस्य शुक्रवार को जिला मुख्यालय में पहुंचकर मीडिया के सामने बात रखी है। ​मृतकों की सूची में शामिल किए गए जिंदा लोगों का आरोप है कि सेमरिया अस्पताल में माधव पांडेय के नेतृत्व में सूची तैयार की गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की गई है।

मौत की खबर सुनकर आने लगे फोन

मृतकों की सूची में शामिल अनुज सिंह के पिता धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि एक डॉक्टर के कहने पर बेटे का ब्लड जांच कराने सेमरिया अस्पताल पहुंचा था। जहां पर मेरी एक नहीं सुनी और ब्लड जांच करने की जगह कोरोना जांच कर दी। दो दिन बाद रिपोर्ट आई, तो बच्चे को पॉजिटिव बताकर जबरन होम आइसोलेट कर दिया। फिर 20 दिन बाद प्रशासन ने 17 मृतकों की सूची जारी की जिसमें बेटे को मरा बता दिया। इसके बाद यह सूची सोशल मीडिया में वायरल हो गई। किसी रिश्तेदार ने मेरी माता जी से पोते के मौत की जानकारी पूछी, तो वह बेहोश हो गई। आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया। अब भी रिश्तेदारों के लगातार फ़ोन आ रहे है। अब यह हालात है कि जवाब दे-देकर थक गए है।