MP Corona News: इंदौर में 3 हजार गंभीर मरीज, रोजाना 100 टन ऑक्सीजन की जरूरत

मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। मध्यप्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। मध्य प्रदेश के इंदौर में अप्रैल के 13 दिन में ही एक्टिव मरीजों की संख्या दोगुना हो चुकी है। एक्टिव केस 10 हजार 351 हैं। इसमें से 3000 मरीज आईसीयू व एचडीयू में गंभीर स्थिति में भर्ती हैं। इस वजह से ऑक्सीजन की खपत 100 टन रोज पर जा पहुंची है, जबकि सप्लाई 60-70 टन ही है। महाराष्ट्र-गुजरात से सप्लाई बहुत कम हो रही है। अस्पतालों में मरीजों के परिजन ड्यूटी दे रहे हैं। जैसे ही बताया जाता है, ऑक्सीजन कम हो रही है। परिजन सिलेंडर भरवाने दौड़ जाते हैं। कार, बाइक, ऑटो से दिन में दो से तीन बार परिजन को सिलेंडर लाना पड़ रहे हैं। वहीं, बेड की कमी देखते हुए प्रशासन ने राधास्वामी सत्संग व्यास को भी कोविड केयर सेंटर बनाने का काम शुरू कर दिया। शुरू में 500 बेड की क्षमता होगी जिसे बाद में 2000 बेड तक बढ़ा दिया जाएगा। यहां गत्ते के बेड बनाए जा रहे हैं।

जबलपुर में 5 मरीजों की मौत

वहीं, जबलपुर में लिक्विड प्लांट में आई खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से गुरुवार सुबह 5 मरीजों की मौत हो गई। सभी वेंटिलेटर पर थे। वहीं 4 की हालत गंभीर है। यहां के मेडिसिटी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से वेंटिलेटर पर 82 वर्षीय महिला की तड़प-तड़प कर जान चली गई। वहीं 4 की मौत सुख-सागर मेडिकल कॉलेज में हुई है। भोपाल, सागर और इंदौर में ऑक्सीजन की कमी से कई कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी हैं। इंदौर में मरीजों के परिजनों से सिलेंडर मांगा जा रहा है। इस बीच सरकार ने 13 जिलों में नए ऑक्सीजन प्लांट खोलने की घोषणा की है।

ग्वालियर में थोड़ी राहत

ग्वालियर में पिछले 24 घंटे में 652 संक्रमित मिले और 5 की मौत हुई है। इससे पहले दिन 801 केस मिले थे और 9 लोगों की मौत हुई थी। बुधवार को 2285 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई। एक्टिव केस बढ़कर 3 हजार 951 हो गए हैं। बुधवार को सबसे ज्यादा संक्रमित मुरार और लश्कर एरिया में निकले हैं।