MP News: भोपाल में वेंटिलेटर पर 700 मरीज; इंदौर में लगातार दूसरे दिन 900 से ज्यादा केस

मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटे में 6 हजार 489 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि 37 संक्रमितों की मौत हो गई। चार बडे़ शहरों- इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में ही 50% से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। इन शहरों में बीते 24 घंटे में 19 मौतों के साथ 2 हजार 700 से ज्यादा केस आए। भोपाल में पिछले 24 घंटे में 823 नए मरीज मिले हैं। 3 की मौत हुई है। अस्पतालों में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। राजधानी के 51 सरकारी और निजी अस्पतालों में 900 वेंटिलेटर हैं। इनमें से 700 कोरोना संक्रमित हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने अप्रैल के 10 दिन में 40 वेंटिलेटर बढ़ाए, लेकिन ये नाकाफी हैं।

वहीं, कोरोना के मामलों में इंदौर सबसे ज्यादा संवेदनशील शहर हो गया है। यहां लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। रविवार को 923 संक्रमित मिले हैं, 6 की मौत हुई। एक दिन पहले यहां 912 केस आए थे और 5 मौतें हुई थीं।

ऑक्सीजन की कमी

मध्यप्रदेश में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है। इंदौर, भोपाल और जबलपुर में सबसे ज्यादा हालत खराब है। इंदौर में के गुर्जर अस्पताल में रविवार रात ऑक्सीजन खत्म होने की नौबत आ गई। अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों के परिजन से पेशेंट को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने को कह दिया। इस पर हंगामा शुरू हो गया। थोड़ी देर में परिजन खुद ही बाइक और कार पर रखकर सिलेंडर ले आए। इसी बीच वेंटिलेटर पर एक मरीज की मौत हो गई। ऑक्सीजन की बढ़ती डिमांड को देखते हुए राज्य सरकार अब 2,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की तैयारी में है। ये एक हफ्ते में आ जाएंगी। इन्हें हर जिला अस्पताल में भेजा जाएगा। यह मशीन वातावरण से हर मिनट 1 से 6 लीटर ऑक्सीजन खींचती है। कोरोना की पहली लहर के समय केंद्र सरकार ने 2,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे थे। अब प्रदेश सरकार अपने खर्च पर इन्हें खरीदेगी।