भोपाल / शराब की दुकानों पर महिला अफसरों की ड्यूटी, कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर बोला हमला

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में करीब 70 दिनों तक बंद रहने के बाद शराब की दुकानें खुलीं तो बड़ी संख्या में खरीदार वहां पहुंचे। हालाकि, इस दौरान दिल्ली की तरह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ तो नहीं उड़ी लेकिन एक विवाद जरुर खड़ा हो गया। दरअसल, जब यहां शराब की दुकाने खुली तो आबकारी विभाग ने महिला अफसरों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया। बता दे, शराब ठेकेदारों की ओर से लाइसेंस सरेंडर कर देने के बाद 90 में से 32 शराब दुकानों का संचालन आबकारी विभाग ही कर रहा है। आबकारी विभाग ने महिला अधिकारियों की ड्यूटी शराब की दुकानों पर लगाई है। ऐसा होने के बाद मध्य प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा हो गया। उपचुनाव के मुहाने पर खड़े मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने शिवराज सरकार को शराब दुकानों में महिलाओं की ड्यूटी लगाने पर जमकर खरी-खोटी सुनाई।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि 'शिवराज जी आप जब विपक्ष में थे तो प्रदेश में शराब को लेकर खूब विरोध करते थे, खूब भाषण देते थे, शराब को बहन-बेटियों के लिए खतरा बताते हुए उनको साथ लेकर धरने पर बैठते थे। अब तो आपने बहन-बेटियों को ही शराब की दुकानों पर बैठा दिया? इससे शर्मनाक व दोहरा चरित्र कुछ नहीं हो सकता है।' वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पूछा है कि बेटी बचाओ का नारा देने वाली भाजपा का क्या यही असली चेहरा है।

हालांकि भोपाल के सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे ने कहा कि दुकानों पर महिलाओं की ड्यूटी पर जो विवाद चल रहा है, वह बेमतलब है क्योंकि महिला अफसरों की ड्यूटी वहां सिर्फ रेवेन्यू कलेक्शन और दुकान के सुपरविजन के लिए लगवाई गई है न कि शराब बेचने के लिए। शराब बेचने का काम अभी भी पुरुष स्टाफ ही कर रहा है। हमने शासन से होमगार्ड्स की मांग की थी जो हमें मिल गए हैं। जल्द ही उनकी ड्यूटी भी वहां लगाई जाएगी।

आज मिले 85 नए मरीज

बता दे, भोपाल में गुरुवार को 85 नए संक्रमित मिले। लगातार दूसरे दिन कोरोना पॉजिटिव की संख्या 70 से ज्यादा मिली है। इनमें होशंगाबाद रोड स्थित 108 एंबुलेंस सेवा कॉल सेंटर के दफ्तर में काम करने वाले 15 कर्मचारी और संक्रमित पाए गए। अब तक एंबुलेंस सेवा काम करने वाले 34 कर्मचारी 3 दिन में संक्रमित मिले हैं। लगातार संक्रमण बढ़ने से होशंगाबाद रोड स्थित 108 एंबुलेंस के कॉल सेंटर का दफ्तर सील कर दिया गया है और शहर के दूसरे इलाकों में सेवा को शिफ्ट किया गया है। इसके साथ भोपाल में संक्रमितों की संख्या 2 हजार को पार करते हुए 2030 तक पहुंच गई। यहां पर अब तक 66 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 हजार 355 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।