मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की समाप्ति से पहले सभी घुसपैठियों को देश से बाहर निकाल देंगे : अमित शाह

अवैध प्रवासियों को देश के लिए 'दीमक' बताते हुए बुधवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की समाप्ति से पहले सभी घुसपैठियों को देश से बाहर निकाल देंगे। रोहिंग्याओं को देश में घुसने से रोकने के लिए बीजेपी नीत राजग सरकार को श्रेय देते हुए राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के करीब स्थित सीमावर्ती शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने पूछा ‘‘बीजेपी सरकार द्वारा किया गया सबसे बड़ा काम देश में रोहिंग्याओं की घुसपैठ को खत्म करना था। पीडीपी ने रोहिंग्याओं (राज्य में) का स्वागत किया। मुझे बताइए कि क्या रोहिंग्याओं की घुसपैठ रुकनी चाहिए या नहीं," बड़ी संख्या में मौजूद श्रोताओं ने जोरदार आवाज में ‘‘हाँ’’ के साथ जवाब दिया।

शाह ने संविधान में अनुच्छेद 370 को शामिल करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस को भी जिम्मेदार ठहराया, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता है।

उत्तराखंड की पांचों सीटों पर पहले चरण में 11 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए। उनके सहयोगी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं और कांग्रेस चुप है। इनके साथ :कांग्रेस ने: चुनावी समझौता किया है। मैं कांग्रेस अध्यक्ष से कहना चाहता हूं कि आप स्पष्ट करें कि अब्दुल्ला की अलग प्रधानमंत्री की मांग के साथ आप सहमत हैं या नहीं।'

देश में दो प्रधानमंत्री की मंशा कभी पूरी नहीं होगी

शाह ने चुनौती देते हुए कहा कि बीजेपी के रहते अब्दुल्ला की देश में दो प्रधानमंत्री की मंशा कभी पूरी नहीं होगी। उन्होंने कहा, 'हम सत्ता में रहें या विपक्ष में, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि उनकी यह मंशा हमारी जान रहते कभी पूरी नहीं होगी।' शाह ने कहा, 'क्या समझ रखा है देश को? और कांग्रेस चुप है। कांग्रेस अध्यक्ष चुप हैं।' कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र का जिक्र करते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने पर वह देशद्रोह से संबंधित धारा को सीआरपीसी से हटाने की बात कही है। शाह ने पूछा कि आखिर वे (कांग्रेस) किसको बचाना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, 'आप किसको बचाना चाहते हैं? जेएनयू में नारे लगे कि ‘भारत तेरे टुकडे़ होंगे 1000 और आप बाहर जाकर खडे़ रहे । क्या आप उनको बचाना चाहते हैं जिन पर राजद्रोह का मुकदमा चल रहा है।' कांग्रेस के घोषणापत्र में सीमा पर देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों पर लगने वाले आरोपों के लिये बने कानून को समाप्त करने के ऐलान के लिये भी कांग्रेस की कडी आलोचना की और कहा कि उन्हें सैन्यकर्मियों की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है। शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को वोट बैंक की राजनीति के लिये इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए।

इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा, ' राहुल बाबा, आपकी पूरी पार्टी की इतनी औकात नहीं है कि सेना के जवानों की सुरक्षा के लिये बनाये कानून को समाप्त कर दें। बीजेपी आपके मंसूबों के खिलाफ चट्टान की तरह खडी है । हम उनकी सुरक्षा को दांव पर नहीं लगा सकते। उनके मनोबल को गिरने नहीं दे सकते। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश के जवानों के साथ चट्टान की तरह खडी है।'