समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए नरेश अग्रवाल अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते है। कुछ दिन पहले उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को एक चुनावी सभा में लौंडा कहा था। वही एक बार फिर उन्होंने हरदोई में एक चुनावी जनसभा में सपा-बसपा गठबंधन पर निशाना लगाते हुए कहा कि '23 मई को लोकसभा चुनाव की काउंटिंग होगी और 24 मई को मायावती कहेंगी कि मैं गठबंधन तोड़ती हूं। मुसलवान और अहीर ने हमको धोखा दिया। अखिलेश यादव चौराहे पर बानरों की तरह घूमेगा, चौराहे पर दौड़ता दिखाई देगा।' अपने बयानों को लेकर पहले भी विवादों में रहे अग्रवाल के भाजपा में शामिल होने के लिए पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया था जहां उन्होंने जया बच्चन को लेकर विवादित टिप्पणी की। बीजेपी का दामन थामते ही उन्होंने कहा, 'फिल्म में काम करने वाली से मेरी हैसियत कर दी गई, उनके नाम पर सपा ने हमारा टिकट काट दिया।' उन्होंने कुछ दिन पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 'मुलायम सिंह के बेटे ने उनकी हालत चूहे जैसी कर दी है। जब मुलायम को अपना प्रचार मायवती से ही करवाना है तो उन्हें चूल्लू पानी में डूब मरना चाहिए।'
हाल ही में एक जनसभा में मुलायम सिंह पर तंज कसते हुए कहा था कि 'मुलायम सिंह के बेटे ने उनकी हालत चूहे जैसी कर दी है। जब मुलायम को अपना प्रचार मायवती से ही करवाना है तो उन्हें चूल्लू पानी में डूब मरना चाहिए।' हालांकि मामला तूल पकड़ता देख नरेश अग्रवाल ने कहा, 'उनकी मंशा अपने बयान से किसी को चोट पहुंचाने की नहीं थी। मीडिया ने उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया, फिर भी उनके बयान से यदि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो उन्हें इस बात के लिए अफसोस है।'