'क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी’: स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर पलटवार कहा - 'मुझे जितना अपमानित करेंगे, मैं अमेठी...'

अपनी डिग्री पर सवाल उठाने वालों पर स्मृति ईरानी ने पलटवार करते हुए शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी उन पर हर तरीके से हमला बोलती आई है लेकिन जितना वह उन पर निशाना साधेगी वह और मजबूती के साथ कांग्रेस से लड़ेंगी। स्मृति ईरानी अमेठी सीट से भाजपा की उम्मीदवार हैं और उन्होंने गुरुवार को इस सीट पर पर्चा भरा। अमठी सीट पर स्मृति का मुकाबला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से है। 2014 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल को कड़ी टक्कर दी थी।

स्मृति ईरानी ने कहा, 'पिछले पांच सालों में जितना संभव हो सकता था उन्होंने मुझ पर निशाना साधा है। मैं उनसे केवल इतना कहूंगी कि वे मुझे जितना अपमानित और मुझ पर हमला करेंगे, मैं अमेठी में उनके खिलाफ और मजबूती से लडूंगी।' स्मृति का यह पलटवार कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा उनकी डिग्री पर सवाल उठाए जाने के बाद आया है।

प्रियंका ने केंद्रीय मंत्री स्मृति पर तंज करते हुए स्मृति की टीवी सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की थीम लाइन पर कहा, क्वालिफिकेशन के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं, एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते एफिडेविट नए हैं'। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि स्मृतिजी ने अपनी एजुकेशन क्वालिफिकेशन को लेकर एक चीज कायम की है कि किस तरीके से ग्रेजुएट से 12वीं क्लास के हो जाते हैं, वो मोदी सरकार से और मोदी सरकार में ही मुमकिन है।

उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पिछले कुछ चुनावों के हलफनामों की प्रति जारी करते हुए कहा, ‘स्मृति ईरानी जी बताया कि किस तरह से ग्रेजुएट से 12वीं पास हो जाते हैं, यह मोदी सरकार में ही मुमकिन है। 2004 के लोकसभा चुनाव के अपने हलफनामे में स्मृति बीए थीं। फिर 2011 राज्यसभा के चुनावी हलफनामे में वह बीकॉम फस्ट ईयर बताती हैं। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में फिर वह बीए पास कर लेती हैं। अब फिर से वह बीकॉम फर्स्ट ईयर की डिग्री हो गई है।’ प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने देश को झूठ बोला है, देश को बरगलाया है। यह साबित होता है कि भाजपा के नेता किस तरह से झूठ बोलते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ हमें दिक्कत नहीं है कि वह ग्रेजुएट नहीं हैं। मुद्दे की बात यह है कि मंत्री साहिबा इतने समय से गलत हलफनामा दे रही थीं।’कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘अगर उनमें कोई नैतिकता है तो मंत्री पद से इस्तीफा दें और उन्हें चुनाव के लिए अयोग्य ठहराए जाए।’

यूपी प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि स्मृति ईरानी द्वारा डिग्री के अपने झूठ को नामांकन हलफनामे में प्रमाणित करने पर उनकी जगह जनता और संसद में नहीं जेल में है। उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी जो बार-बार जनता से और चुनाव आयोग से झूठ बोल रही हैं, एक बार फिर से उनका झूठ उजागर हुआ है। आज हकीकत सामने आ गई है। बीजेपी ने ऐसे नेता को देश का महत्वपूर्ण पद मानव संसाधन विकास मंत्रालय अर्थात शिक्षा मंत्री बनाया, जिसकी खुद की योग्यता पर हमेशा संदेह बना रहा। आख़िरकार हकीकत निकलकर सामने आ गई है कि वह स्नातक भी पूर्ण नहीं हैं। यही मोदीजी की बीजेपी के न्यू इंडिया का विजन है। उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी कभी अपने आप को बीए पास तो कभी बी।कॉम और इस बार के चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपने झूठ को स्वयं प्रमाणित किया है कि वह बी।कॉम फेल हैं। हम चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि स्मृति ईरानी का नामांकन खारिज करें। ऐसे लोगों की जगह जनता और संसद में नहीं बल्कि जेल में है।

केंद्रीय मंत्री और अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने गुरुवार को चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में बताया कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी नहीं की है। अपने नामांकन के दौरान दिए हलफनामे में स्मृति ने कहा कि उन्होंने 1991 में सेकेंडरी स्कूल परीक्षा और 1993 में सीनियर सेंकेडरी स्कूल परीक्षा पास की।

स्मृति ने चुनाव आयोग को बताया कि उन्होंने 1994 में दिल्ली यूनिवर्स‍िटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से तीन साल के डिग्री कोर्स में अपना बैचलर ऑफ कॉमर्स (पार्ट- I) पूरा नहीं किया है। केंद्रीय मंत्री ने इस साल 4.71 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है।

बता दें कि 2014 के चुनावों के लिए दिए अपने हलफनामे में उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि उन्होंने 1994 में यूनिवर्स‍िटी से ग्रेजुएशन किया था। उनके किए इस दावे की सत्यता पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाते हुए उनके ग्रेजुएट न होने की बात कही थी।