लोकसभा की कार्यवाही शुरू, PM मोदी ने कहा- जब तक कोरोना की दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं

कोरोना काल के बीच संसद के मॉनसून सत्र की आज से शुरु हो गया है। कोरोना महामारी के कारण इस बार के सत्र में कई बदलाव किए गए हैं। इस बार यह सत्र ऐतिहासिक होगा, क्योंकि पहली बार एक सदन की बैठक में दोनों सदनों के चैम्बर और गैलरी का इस्तेमाल होगा। दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं होगा और शून्यकाल भी सीमित किया गया है। सत्र एक अक्टूबर तक चलेगा। इस बार सत्र के दौरान 18 दिन लगातार कार्यवाही चलेगी। कोई छुट्टी नहीं होगी। शनिवार और रविवार को भी काम होगा। आमतौर पर दोनों सदनों में एक साथ काम होता है, लेकिन इस बार दो शिफ्ट में होगा। लोकसभा आज सुबह 9 बजे से शुरू होगी और दोपहर 1 बजे तक चलेगी। राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे चलेगी। इसके बाद 15 सितंबर से एक अक्टूबर तक लोकसभा दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी। वहीं, राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेगी।

सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने पत्रकारों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं भी दी। पीएम ने कहा कि हिंदी दिवस पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इस अवसर पर हिंदी के विकास में योगदान दे रहे सभी भाषाविदों को मेरा हार्दिक अभिनंदन। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हमारी सेना के वीर जवान हिम्मत के साथ, जज्बे के साथ, बुलंद हौसलों के साथ, दुर्गम पहाड़ियों में डटे हुए हैं। कुछ समय के बाद बर्फबारी भी शुरू होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे कठिन समय में संसद का सत्र शुरू हो रहा है। एक तरफ कोरोना है और दूसरी तरफ कर्तव्य। सांसदों ने कर्तव्य का पथ चुना है। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। इस बार लोकसभा और राज्यसभा अलग-अलग समय पर चलेगी। इस बार शनिवार और रविवार को भी सदन चलेगा। सभी सांसद इस पर सहमत हैं।

सरकार 47 बिल पेश करेगी


मानसून सत्र में 47 विधेयक पेश किए जाएंगे। इनमें 11 विधेयक ऐसे होंगे जो अध्यादेश की जगह लेंगे। सत्र के पहले दिन राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव होगा। विपक्ष की ओर से राजद नेता मनोज झा और एनडीए से जदयू नेता हरिवंश के बीच कांटे की टक्कर है।

इसके अलावा, दोनों सदनों में प्रश्नकाल नहीं होने और शून्यकाल को सीमित करने पर भी विपक्ष सवाल उठा सकता है। इस सत्र के लिए 4000 लोगों का कोविड टेस्ट कराया गया है। इनमें सांसद, उनका स्टाफ और संसद में काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार बीएससी द्वारा तय सभी मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए तैयार है और सभी दलों से सहयोग करने की अपील की। मंत्री ने कहा कि भारत-चीन सीमा गतिरोध मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए या नहीं इस पर विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक मंगलवार को होगी।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि महामारी के कारण डर के साए और असाधारण समय में मानसून सत्र का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लद्दाख में भारत और चीन टकराव की स्थिति में हैं, जीडीपी में गिरावट जारी है और महंगाई बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा,'हम संसद में कई मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं, जिसके बारे में देश और इसके नागरिक सुनना चाहते हैं।'

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पार्टी ने सीमा पर स्थिति और चीनी आक्रामकता के अलावा महामारी, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी को लेकर चर्चा कराने की मांग की है, लेकिन सरकार से अब तक कोई आश्वासन नहीं मिला है। चौधरी ने कहा, 'हमने सरकार से आग्रह किया है कि संसद में हमारी आवाज सुननी चाहिए।'

कांग्रेस ने कहा कि खेती से जुड़े तीनों विधेयकों के साथ ही बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव वाले अध्यादेश का विरोध करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विदेश में स्वास्थ्य जांच कराने गई हैं, इसलिए वे कुछ दिनों तक सत्र में शामिल नहीं हो पाएंगी।

11 में से चार विधेयक पर विरोध

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल संसद के मानसून सत्र में सरकार द्वारा लाए जाने वाले 11 विधेयकों में से चार पर विरोध जताएंगे और अपनी चिंताओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगेगे। रमेश ने कहा, 'हम चीन के साथ सीमा पर स्थिति, अर्थव्यवस्था की हालत, कारोबार बंद होने, एमएसएमई उद्योग की दशा, कोविड-19 महामारी से निपटने, हवाई अड्डों के निजीकरण और मसौदा ईआईए अधिसूचना समेत कुछ अन्य मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा चाहते हैं।'

उन्होंने कहा, 'हमें उम्मीद है कि विपक्ष को बोलने का मौका मिलेगा और राष्ट्र के गंभीर मुद्दों पर चर्चा होगी। हम अपेक्षा करते हैं कि हमारे द्वारा उठाए जाने वाले सवालों पर जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री लोकसभा और राज्यसभा में उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री आते नहीं हैं और हम चाहते हैं कि वह लोकसभा और राज्यसभा दोनों में मौजूद रहें। '

सत्र से पहले सभी सांसदों की कोरोना जांच की गई, जिनमें 5 सांसदों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तृणमूल कांग्रेस के 7 सांसद भी सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे। इनमें राज्यसभा के मुख्य सचेतक सुखेंदु शेखर राय भी शामिल हैं। भाजपा के 2 सांसद भी नहीं आएंगे।