राजधानी जयपुर के लोग निकले सबसे ज्यादा शराब के दीवाने, बिकी टारगेट से 43% ज्यादा

बीते साल कोरोना की वजह से लॉकडाउन था और लोग अपनी सेहत के प्रति सजग होने के चलते शराब से दूरी बना रहे थे। लेकिन राजधानी जयपुर के लोग शराब के इतने शौकीन थे कि यहां शराब की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की गई। आलम ये है कि पिछले महीने मार्च में शराब की राज्य में बेतहाशा बिक्री हुई। मार्च में पूरे स्टेट में 151 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब बिक्री हुई। राज्य में जयपुर के लोग शराब पीने के मामले में सबसे आगे रहे। वित्त वर्ष 2020-21 यानी पिछले साल अप्रैल से इस साल मार्च तक जयपुर में 1600 करोड़ रुपए की शराब बिक्री का लक्ष्य था। लेकिन इसके 43% ज्यादा यानी 2287 करोड़ रुपए की शराब बिक्री हुई।

जयपुर के अलावा प्रदेश का कोई ऐसा शहर नहीं है, जहां कोरोनाकाल में आबकारी विभाग को 100% रेवेन्यू मिला हो। वहीं, बांसवाड़ा जिले में सबसे कम लोगों ने शराब पी है। यहां विभाग को पूरे साल में 195 करोड़ रुपए की शराब बिक्री का अनुमान था, लेकिन उसके मुकाबले केवल लगभग 113 करोड़ रुपए की ही बिक्री हुई।

कोरोनाकाल में भी लोगों ने कितनी शराब पी है यह विभाग की ओर से जारी रेवेन्यू का रिकॉर्ड दर्शाता है। इस साल आबकारी विभाग को 9751 करोड़ का रेवेन्यू मिला है, जबकि विभाग ने इस साल 12 हजार 500 रुपए के रेवेन्यू का लक्ष्य रखा था। इससे पहले वाले साल वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में यह रकम 160 करोड़ रुपए ज्यादा है। यह हाल तब है जब पिछले साल अप्रैल और मई में कुल 33 दिनों तक लॉकडाउन के कारण सरकार ने शराब की दुकानों को बंद रखा था।