श्रीनगर। जम्मू-श्रीनगर में भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड की घटना सामने आई है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन से बड़ा हादसा हुआ है। मंगलवार तड़के हुए इस हादसे में एक ट्रक गहरी खाई में गिर गया। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। दरअसल, बारिश के बाद जम्मू के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर भारी भूस्खलन हो गया। इसके बाद वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। प्रशासन की तरफ से सड़क से मलबे को हटाने का काम जारी है।
गहरी खाई में गिरा ट्रकपुलिस ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मंगलवार तड़के जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आने के बाद एक ट्रक गहरी खाई में गिर गया। हादसे में चार लोगों की जान चली गई। पुलिस ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे रामबन जिले में शेरबीबी के पास राजमार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही रोक दी गई।
चारों शव बरामदएक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ट्रक जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। स्थानीय लोगों और पुलिस ने तुरंत बचाव अभियान चलाया है। सभी चार शवों को खाई से निकाला गया है। मृतकों की पहचान कुलगाम के ट्रक चालक मोहम्मद अफजल गारू (42), उनके भाई अल्ताफ गारू (36), अनंतनाग के इरफान अहमद (33) और उनके भाई शौकत अहमद (29) के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, ट्रक में छह मवेशियों ले जाया जा रहा था। हादसे में उनकी भी मौत हो गई है।
छह मवेशियों की भी मौतभूस्खलन की चपेट में जान गवांने वाले सभी मृतकों की पहचान हो गई है। जानकारी के मुताबिक, ट्रक में छह मवेशियों को जीविका के लिया जा रहा था, लेकिन वे सभी हादसे का शिकार हो गए और छह मवेशियों की मौत हो गई।
दोनों तरफ से रोका गया यातायातहाईवे पर भूस्खलन होने के की वजह से दोनों तरफ से यातायात को रोका गया है। वहीं, शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के एसडीएच बनिहाल में भेज दिया गया है। रामबन उपायुक्त ने बताया कि घटनास्थल पर राहत-बचाव का कार्य जारी है।
ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइजरीजम्मू और कश्मीर ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, किश्तवाड़ी, पाथेर और बनिहाल में भूस्खलन होने से हाईवे पर यातायात को रोक दिया गया है। वहीं, उन्होंने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि कहीं भी जाने से पहले ट्रैफिक पुलिस की सलाह अवश्य लें।
ज्ञातव्य है कि यह हाईवे कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से हर मौसम में जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है। इसलिए जल्द ही यहां यातायात शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।