कहीं झमाझम बारिश तो कहीं रिमझिम फुहारों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार पारंपरिक हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिरों में भगवान कृष्ण की लीलाओं का मंचन किया गया। जगह-जगह भव्य झांकियां निकाली गईं। इस अवसर पर आयोजित दही हांडी कार्यक्रम के दौरान मुंबई और उपनगरों में हुए हादसों में एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि 121 घायल हो गये। क्षेत्र के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी ठाणे जिले में हुए हादसे में 10 और 12 साल के दो बच्चों सहित 13 गोविंदा घायल हो गये। उन्होंने बताया कि घायल गोविंदाओं को ठाणे और कल्वा के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने बताया कि मध्य मुंबई के धारावी में आज दोपहर दही हांडी कार्यक्रम के दौरान कुश खांडारे (20) जैसे ही मानव पिरामिड की पहली श्रृंखला पर चढ़ा उसे मिर्गी का दौरा पड़ा । पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खांडारे को तुरंत सायन अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह धारावी के एक चॉल का रहने वाला है। अधिकारी ने बताया कि रात आठ बजे तक प्राप्त सूचना के अनुसार, मुंबई और उपनगरीय क्षेत्र में हुई अलग-अलग घटनाओं में 121 गोविंदा घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि घायल गोविंदाओं में से 91 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी है जबकि 25 अभी भी अस्पताल में हैं।
इस बार जन्माष्टमी की धूम दो दिन रही। उत्तर भारत के अधिकांश इलाकों में सोमवार सवेरे से देर रात तक जन्माष्टमी की रौनक देखने को मिली। इस मौके पर देश-दुनिया के इस्कॉन मंदिरों में विशेष आयोजन किये गए। श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में बड़ी संख्या में देसी-विदेशी श्रद्धालु और उपासक जुटे। मुम्बई में दही-हांडी की धूम रही।
भारत ही नहीं पड़ोसी देश नेपाल में भी जन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मनाई गई। वहां के ललितपुर में 3 साल बाद भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर को फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। 2015 में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके बाद उसे बंद कर दिया गया था।