KKR vs CSK : लय में आए चेन्नई सुपरकिंग्स, कोलकाता के लिए बड़ी चुनौती, देखने को मिलेगा जबरदस्त मुकाबला

आज का मैच आईपीएल फेंस के लिए बहुत रोमांचक रहने वाला हैं जो कि कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) और चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के बीच होने जा रहा हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स ने बीते मैच में बड़ी जीत दर्ज कर अपनी लय दिखाई वहीँ कोलकाता अभी भी अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की परेशानियों से जूझ रही हैं। दोनों टीम के समान अंक हैं और अंकतालिका में कोलकाता चौथे और चेन्नई पांचवें स्थान पर हैं। केकेआर चार मैच में दो जीत, हो हार झेल चुकी है, यह उसका पांचवां मैच होगा। चेन्नई की टीम पहले ही पांच मैच खेल चुकी है, जिसमें उसे तीन हार और दो जीत नसीब हुई है।

कोलकाता नाइट राइडर्स

इंग्लैंड के विश्व कप विजेता कप्तान इयोन मॉर्गन को खरीदा, लेकिन कार्तिक को ही कप्तान बनाए रखा। कार्तिक अभी तक चार मैचों में 37 रन ही बना सके हैं और उनके कुछ फैसले भी गलत साबित हुए जिससे वह आलोचकों के कोपभाजन बने हुए हैं। वह मॉर्गन और आंद्रे रसेल से पहले खुद बल्लेबाजी के लिए उतरे और बिग बैश लीग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले टॉम बैंटन की जगह सुनील नरेन से ही पारी की शुरूआत कराते रहें जबकि नरेन भी फार्म में नहीं है। वहीं बैंटन की तुलना केविन पीटरसन से की जाती है। नरेन ने चार मैचों में सिर्फ 27 रन बनाए हैं और अब बदलाव की सख्त जरूरत है।

केकेआर के पास कई अच्छे गेंदबाज हैं, लेकिन कार्तिक उनका सही इस्तेमाल नहीं कर सके हैं। दिल्ली के खिलाफ मॉर्गन और राहुल त्रिपाठी जीत के करीब ले ही गए थे, लेकिन डेथ ओवर्स में दिल्ली के गेंदबाज भारी पड़े। कार्तिक को अपने गेंदबाजों पर भरोसा करना होगा खासकर भारतीय टीम के स्पिनर कुलदीप यादव पर, उनका अभी तक पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया और दिल्ली के खिलाफ तो वह टीम में भी नहीं थे।

चेन्नई सुपरकिंग्स

दूसरी ओर चेन्नई की टीम लगातार तीन हार के बाद लय में लौट रही है। महेंद्र सिंह धोनी की टीम अब शीर्ष चार में जगह बनाने को बेताब होगी। धोनी ने शेन वॉटसन पर भरोसा बनाए रखा, जिन्होंने पिछले मैच में 53 गेंद में नाबाद 83 रन बनाए। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ वॉटसन और फाफ डुप्लेसिस के बीच रिकॉर्ड 181 रन की साझेदारी की मदद से चेन्नई ने दस विकेट से जीत दर्ज की।

मध्यक्रम में चोट से वापसी करने वाले अंबाती रायुडू टीम को मजबूती देंगे, लेकिन केदार जाधव का खराब फॉर्म जरूर चिंता का सबब हो सकता है। ड्वेन ब्रावो के लौटने से सैम करन की ऑलराउंड क्षमता में निखार आएगा।