झुंझुनूं : 5 साल की मासूम का अपहरण कर दुष्कर्म, कोई भी वकील नहीं करेगा आरोपी की पैरवी

शुक्रवार शाम हैवानियत का नजारा देखने को मिला जहां एक युवक ने 5 साल की मासूम का अपहरण कर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। अपहरण के करीब तीन घंटे बाद मासूम गाड़ाखेड़ा गांव में एक कुएं के पास लहुलुहान स्थिति में मिली। वहीं, करीब छह घंटे बाद रात 11 बजे आरोपी को गिरफ्तार किया गया। शनिवार को झुंझुनूं कलेक्टर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। जिन्होंने परिवार से बात कर 1 लाख की आर्थिक मदद की। साथ ही एसपी मनीष त्रिपाठी मौके का मुआयना करने पहुंचे। इस घटना के बाद चिड़ावा एडवोकेट संघ ने ये फैसला लिया कि आरोपी की कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरा सहयोग किया जाएगा।

शुक्रवार शाम करीब साढ़े पांच बजे पिलानी देवरोड सड़क मार्ग पर श्योराणों की ढाणी के पास एक पांच साल की मासूम अपने 10 साल के भाई के साथ खेल रही थी। इसी बीच स्कूटी पर एक युवक वहां आया और मासूम को स्कूटी पर बैठाकर तेजी से भाग गया। सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी की। इसी बीच करीब ढाई-तीन घंटे बाद गाड़ाखेड़ा पुलिस चौकी को सूचना मिली की शाहपुर रोड पर एक कुएं के पास रोते हुए एक मासूम मिली है। जो खून से लथपथ है। सूचना के बाद चौकी प्रभारी शेरसिंह फोगाट मौके पर पहुंचे। उन्होंने बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। यहां बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसे जयपुर रैफर कर दिया गया। इस बीच लोगों ने प्रदर्शन भी किया।

मासूम का अपहरण कर ले जाते हुए आरोपी कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरों में कैद हुअा। जिनकी फुटेज पुलिस ने जुटा ली हैं। इन फुटेज में वह साफ तौर पर मासूम को ले जाता हुआ नजर आ रहा है। आरोपी सुनील जयसिंहसर के नजदीक खेत में बने मकान में रहता है। वह किढ़वाना के नजदीक ढाणी से एक परिवार की स्कूटी काे ठीक कराने के लिए लेकर गया था। परिवार के मुखिया के नहीं रहने से परिवार की महिला उसके घर स्कूटी के लिए फाेन कर रही थी। जब वह घर पहुंचा ताे उस समय भी फाेन किया गया। अाराेपी ने उससे कहा कि वह अभी अाया है। स्कूटी सुबह पहुंचा देगा। इसके कुछ देर बाद ही पुलिस ने उसे दबाेच लिया। पूछताछ में सामने आया कि वह चॉकलेट के बहाने मासूम को लेकर गया था।

मासूम बेहद गरीब परिवार से है। परिवार जसरापुर का रहने वाला है। श्योराणों की ढाणी में किसी का खेत बटाई पर ले रखा है। मासूम के सात भाई बहन हैं। जिनमें वह सबसे छोटी है। चार पांच दिन पहले ही मां ने एक और बेटे को जन्म दिया था, लेकिन उसकी मौत हो जाने से परिवार गम में डूबा हुआ था। इससे अनजान मासूम अपने भाई के साथ खेत के समीप ही खेल रही थी। इसी बीच युवक उसका अपहरण कर ले गया। शोर सुनकर आए भाई ने उसे पकड़ने की खूब कोशिश की। वह स्कूटी के पीछे भी दौड़ा और पत्थर भी फेंके, लेकिन कुछ नहीं कर पाया।