10 साल में खुशबू सुंदर का तीसरा सियासी ठिकाना, कांग्रेस छोड़ BJP में हुई शामिल

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता खुशबू सुंदर (Khushboo Sundar) ने पार्टी से इस्तीफा देकर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। दिल्ली में बीजेपी हेडक्वार्टर में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। एक दशक के राजनीतिक करियर में खुशबू सुंदर का ये तीसरा सियासी ठिकाना है। इससे पहले उन्होंने आज कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को इसे लेकर एक पत्र लिखा था। जिसमें खुशबू ने पार्टी के बड़े नेताओं पर उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा था, 'पार्टी के अंदर कुछ तत्व उच्च स्तर पर बैठे हैं, जिनका जमीनी हकीकत या सार्वजनिक मान्यता से कोई जुड़ाव नहीं है, वो आदेश दे रहे हैं।' उन्होंने कहा कि मुझ जैसे लोग जो पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं उनको दबाया जा रहा है।

उन्होंने अपने पत्र में आगे कहा कि मैंने लंबे समय तक सोच विचार करने के बाद पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने के लिए राहुल गांधी और अन्य नेताओं का धन्यवाद किया था।

खुशबू सुंदर की पहचान साउथ की एक मशहूर अभिनेत्री और प्रोड्यूसर के तौर पर होती है। उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। खुशबू सुंदर टीवी प्रीजेंटर भी रही हैं। अभिनय में तमाम मुकाम हासिल करने के बाद 2010 में खुशबू सुंदर ने राजनीति में कदम रखा था।

खुशबू सुंदर ने सबसे पहले डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) ज्वाइन की थी। उस वक्त डीएमके की कमान एम। करुणानिधि के हाथों में थी। उन्हीं की लीडरशिप में खुशबू ने अपनी राजनीति का आगाज किया था। इसके बाद 2014 में खुशबू सुंदर ने कांग्रेस ज्वाइन की। कांग्रेस नेता के बतौर वो मुखरता से अपनी बात रखती रही हैं, टीवी डिबेट्स में बड़े मसलों पर पार्टी का बचाव करती रही हैं।

अब जबकि तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं तो खुशबू सुंदर ने पाला बदल लिया है। राज्य में मई 2021 में चुनाव होने हैं। जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके बंट चुकी है। बीजेपी यहां सियासी जमीन तलाशने की पूरी कोशिश में जुटी है। खुशबू सुंदर इस प्रयास को आगे बढ़ाने में एक अहम कड़ी साबित हो सकती हैं क्योंकि वो एक बड़ा चेहरा हैं और तमिलनाडु में चेहरों की राजनीति का बोलबाला रहा है।

तमिलनाडु की राजनीति पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क

वहीं, तमिलनाडु कांग्रेस ने खुशबू सुंदर के इस फैसले को लेकर उन पर 'वैचारिक प्रतिबद्धता' की कमी का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि उनके इस फैसले से तमिलनाडु की राजनीति पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। खुशबू के भाजपा में शामिल होने की खबरों पर तमिलनाडु में एआइसीसी के प्रभारी दिनेश गुंडु राव ने कहा कि वह एक सप्ताह पहले तक भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रहीं थीं। अब भाजपा में शामिल होना, जिसकी वह आलोचना कर रहीं थीं, यह बताता है कि खुशूब में वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सबसे पार्टी पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा क्योंकि खुशबू एक अभिनेत्री थीं, इसलिए हो सकता है मीडिया में कुछ दिन तक यह मुद्दा छाया रहे।