तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और DMK प्रमुख एम करुणानिधि का मंगलवार शाम करीब 6.10 बजे 94 साल की उम्र में निधन हो गया था। उन्होंने चेन्नई के कावेरी अस्पताल में आखिरी सांस ली। करुणानिधि के निधन की खबर से पूरे देशभर में शोक की लहर है। डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि के ताबूत पर लिखे आखिरी शब्द को लेकर चारों ओर चर्चा है। आखिर उस पर क्या लिखा था। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक ताबूत के ऊपर दर्ज है- 'एक ऐसा व्यक्ति जिसने बिना आराम किए काम किया, अब आराम कर रहा है।' इससे पहले करुणानिधि के बेटे स्टालिन ने पिता के नाम एक भावुक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने बताया कि उनके पिता ने जाते वक्त कुछ कहा नहीं, लेकिन उन्होंने सालों पहले मुझसे कहा था कि जब वे चले जाएं तो उसके बाद क्या करना है। उन्हें कहां दफनाना है और वह सबकुछ जो इस वक्त वे कर रहे हैं।
चेन्नई स्थित राजाजी हाल से दिवंगत अध्यक्ष एम. करुणानिधि की अंतिम यात्रा बुधवार शाम चार बजे शुरू हुई। करुणानिधि का पार्थिव शरीर राजाजी हाल में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। द्रमुक ने एक बयान में कहा कि करुणानिधि के पार्थिव शरीर को ले जाने वाला वाहन वल्लाजाह रोड होते हुए करीब तीन किमी से कम की दूरी तय कर अन्ना चौक पहुंचेगा।
भगदड़ में दो की मौत
करुणानिधि की अंतिम झलक पाने यहां बुधवार को उमड़ी हजारों की भीड़ के कारण राजाजी हॉल के बाहर भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए। एक व्यक्ति ने कहा, 'सुबह से भीड़ में धक्का-मुक्की की स्थिति है।' हादसा उस वक्त हुआ, जब द्रमुक नेता और करुणानिधि के बेटे एम।के। स्टालिन ने भीड़ से शांत रहने की अपील की। करुणानिधि को चेन्नै के मरीना बीच पर उनके गुरु के ठीक बगल में दफनाया जाएगा।