कांग्रेस के दो उपमुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर जदएस की चुप्पी

कर्नाटक में बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे जदएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार रात संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान तीनों नेताओं ने मंत्रिमंडल गठन और दोनों पार्टियों के बीच पोर्टफोलियो बंटवारे पर चर्चा की और उन्होंने राहुल और सोनिया को शपथग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया। मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि सोनिया और राहुल ने न्यौता स्वीकार कर लिया है।

वही खबरों की माने तो कांग्रेस संतुलन बनाए रखने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाने पर जोर दे रही है। डिप्टी सीएम के दोनों पदों पर कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता परमेश्वरन और डीके शिवकुमार को बैठाना चाहती है। यह सारी कवायद खेमों में बंटी पार्टी को एकजुट रखने की है। खासकर ऐसे समय जब पार्टी विधायकों के तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है लेकिन जदएस ने प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। राहुल गांधी के तुगलकाबाद स्थित आवास पर हुई बैठक में मंत्रिमंडल गठन पर 20 मिनट चर्चा हुई।

बैठक से पहले कुमारस्वामी ने कहा था कि दोनों पार्टियों के बीच किसी तरह की सौदेबाजी नहीं होगी। दोनों साथ मिलकर काम करेंगे। वह कांग्रेस नेतृत्व से सलाह लेने आए हैं। बैठक के बाद जदएस नेता ने बताया कि उन्होंने राहुल और सोनिया को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है और दोनों बंगलूरू पहुंच रहे हैं। उनके अलावा कर्नाटक प्रभारी केसी वेणुगोपाल भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

इससे पहले कुमारस्वामी ने कहा कि जदएस और कांग्रेस राज्य को स्थिर व मजबूत सरकार देंगे। कुमारस्वामी 23 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने दिल्ली प्रवास के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती से भी मुलाकात की। कर्नाटक में जदएस और कांग्रेस गठबंधन में बसपा सुप्रीमो की भी अहम भूमिका बताई जा रही है। वैसे भी कर्नाटक में बसपा का एक विधायक है, जिसने जदएस का समर्थन किया है। कर्नाटक में भाजपा के 104, कांग्रेस के 78 और जदएस के 37 विधायक हैं। इसके अलावा एक बसपा का और दो निर्दलीय विधायक हैं।

विपक्ष के सभी नेताओं को आमंत्रित
कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण को लेकर जिस तरीके से विपक्ष के सभी नेताओं को आमंत्रित किया गया है, उससे वहां विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाई देगी। इसे लेकर कांग्रेस और जदएस दोनों ही अपने -अपने तरीके से तैयारी में जुटी हुई हैं।

फिलहाल इस शपथ ग्रहण में अब तक जिन नेताओं को आमंत्रित किया गया है, उनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश से सपा नेता अखिलेश यादव, मायावती और आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं। इसके अलावा माकपा नेता सीताराम येचुरी आदि को भी बुलाया गया है। कांग्रेस इसके जरिये 2019 को लेकर एक बड़ा संदेश देना चाहती है।