कर्नाटक: येदियुरप्पा के ताज पर सुप्रीम कोर्ट में फैसला आज, सबकुछ कोर्ट के अंतिम फैसले पर निर्भर

बीएस येदियुरप्पा ने सिर पर लटकती राजनीतिक अनिश्चितता की तलवार के साथ बृहस्पतिवार को तीसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभाल ली। उन्हें गुरुवार सुबह नौ बजे राज्यपाल वजुभाई वाला ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर रहने के बावजूद राज्यपाल ने बुधवार देर शाम को येदियुरप्पा को विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी के नेता के तौर पर सरकार बनाने का न्योता दिया था।

सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया


- शपथ लेने से रोकने के लिए कांग्रेस और जेडीएस ने बुधवार को रात 10 बजे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
- बुधवार देर रात से गुरुवार सुबह तक चली ऐतिहासिक सुनवाई के बाद शुक्रवार सुबह फिर सुप्रीम सुनवाई होगी।
- देर रात दो बजकर 11 मिनट से गुरुवार सुबह पांच बजकर 58 मिनट तक चली सुनवाई के बाद शीर्ष कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि राज्य में शपथ ग्रहण और सरकार के गठन की प्रक्रिया न्यायालय के समक्ष इस मामले के अंतिम फैसले पर निर्भर करेगा।
- तीन घंटे से भी ज्यादा तक चली सुनवाई के बाद भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
- सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एके सीकरी, एसए बोब्डे और जस्टिस अशोक भूषण की एक मध्यरात्रि पीठ ने केंद्र को भाजपा की ओर से प्रदेश के राज्यपाल वजुभाई वाला के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए भेजे गए 15 और 16 मई के दो पत्र कोर्ट में पेश करने के लिए कहा है।
- पीठ ने कांग्रेस और जेडीएस की याचिका पर कर्नाटक सरकार तथा येद्दियुरप्पा को नोटिस जारी करते हुए इस पर जवाब मांगा है और मामले की सुनवाई कल शुक्रवार के लिए तय कर दी।

जेठमलानी भी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट

- कर्नाटक के राज्यपाल के फैसले को पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने भी गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी।
- मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय पीठ ने राम जेठमलानी की दलीलों पर विचार किया।
- पीठ ने जेठमलानी से कहा कि वह न्यायमूर्ति ए के सिकरी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय विशेष खंडपीठ के सामने अपनी दलीलें रख सकते हैं जब कांगेस की याचिका पर आगे सुनवाई होगी।

कुछ विधायक कोच्ची तो कुछ विधायक जा सकते हैं हैदराबाद


- सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक कोच्चि या पुडुचेरी रवाना हो सकते हैं।
- सबसे बड़ी बात यह है कि जहां एक ओर कांग्रेस विधायकों ने रिजॉर्ट छोड़ा तो वहीं दूसरी ओर जेडीएस विधायकों ने भी अपना होटल छोड़ दिया है।
- सूत्रों के मुताबिक कुछ विधायक कोच्चि जा सकते हैं तो कुछ विधायक हैदराबाद भी जा सकते हैं।
- कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि शुक्रवार को जब सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई करेगा तब उन्हें उम्मीद है कि भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए दिए गए 15 दिन के वक्त को घटाया जाएगा। इसलिए वे रिसोर्ट छोड़ रहे हैं।
- कांग्रेस ने कहा कि अब फ्लोर टेस्ट के दौरान ही हमारे विधायक वोट देने के लिए सीधे विधानसभा आएंगे।