कर्नाटक में बनेगी 'कावेरी मां' की मूर्ति, 125 फुट होगी ऊंची, खर्च होंगे इतने करोड़ रूपये

31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में 182 मीटर ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' का उद्घाटन किया था। यह मूर्ति दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। इसके बाद दीपावली के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था वह अयोध्या में सरयू नदी के किनारे 152 मीटर ऊंची राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। देश में इस समय ऊंची मूर्तियां बनाने का दौरा सा चल पड़ा है। जब लौहपुरुष सरदार पटेल की यह प्रतिमा बन रही थी, तभी महाराष्ट्र सरकार ने भी छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा बनाने का ऐलान किया था।

अब कर्नाटक सरकार ने राज्य की जीवनदायनी कावेरी नदी के प्रतीत के तौर पर कावेरी मां की मूर्ति बनाने की घोषणा की है। यह मूर्ति 125 फुट ऊंची होगी। इसके अलावा कर्नाटक सरकार ने राज्य में टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से कई अन्य योजनाओं का भी ऐलान किया है। कावेरी कर्नाटक तथा तमिलनाडु में बहने वाली एक सदानीरा नदी है।

125 फुट ऊंची होगी प्रतिमा, 360 फुट का एक म्यूजियम कॉम्प्लेक्स भी बनाया जायेगा

मंगलवार को कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार तथा पर्यटन मंत्री सारा महेश के बीच हुई एक बैठक के बाद कावेरी मां की प्रतिमा बनाने के फैसले को मीडिया के सामने रखा गया। कर्नाटक सरकार के मुताबिक, कावेरी मां की यह प्रतिमा मांड्या जिले के कृष्णा राजा सागर जलाशय में स्थापित की जाएगी। प्रतिमा के पास 360 फुट का एक म्यूजियम कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। इस कॉम्प्लेक्स में शीशे के दो टावर होंगे, जिनके ऊपर चिड़िया की आंख होगी जो कृष्णा राजा सागर जलाशय को दर्शाएगी।

200 करोड़ रुपये होंगे खर्च

पर्यटन मंत्री सारा महेश ने बताया कि यह पूरी परियोजना लगभग 400 एकड़ क्षेत्र विकसित की जाएगी और इस पर करीब 1200 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट दो साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए निजी क्षेत्र से भी आर्थिक मदद की अपील की है। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट से राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।

कांच के दो टावर भी बनेंगे

जल संसाधन मंत्री डॉ। डीके शिवकुमार ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में जलाशय के पास एक झील भी बनाई जाएगी और इस झील में यह कावेरी मां की प्रतिमा तैयार की जाएगी। म्यूजियम कॉम्प्लेक्स और शीशे के टावरों के सबसे ऊपर मां कावेरी की मूर्ति लगाई जाएगी। यह मूर्ति कृष्णा राजा सागर से भी ऊंची होगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में सिर्फ सरकार जमीन देगी बाकी का निवेश, निवेशकों द्वारा किया जाएगा।

छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा

मुंबई के पास अरब सागर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनाई जाएगी। ये 210 मीटर ऊंची होगी। इसका निर्माण 3600 करोड़ की लागत से होगा। शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों दिसंबर 2016 में रखी गई। इसका निर्माण मुंबई में गिरगांव चौपाटी के नजदीक समुद्र में तट से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर होगा। छत्रपति शिवाजी महाराज की ये प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बन जाएगी। तब पटेल की प्रतिमा नंबर दो पर आ जाएगी।

इस स्मारक के लिए बनने वाला आधार 77 मीटर होगा। इसी आधार पर घोड़े पर सवार छत्रपति शिवाजी की मूर्ति होगी। पूरे स्मारक को 13 हेक्टेयर में फैले चट्टानों पर बनाया जाने वाला है। इस स्मारक स्थल पर एमपी थिएटर, लाइब्रेरी, फूड कोर्ट भी बनाया जाएगा। स्टैच्यू की ऊंचाऊ 126 मीटर होगी और इसका आधार 84 मीटर का बनाया जाएगा। इसका बनना कुल जमा 130,000 स्क्वायर मीटर में तय किया गया है। 2021 में तैयार होने की उम्मीद है। शरुआत में इसके बनने की कुल लागात 4000 करोड़ आंकी गई थी, पर फिर इसका कॉन्ट्रेक्ट 2500 करोड़ में दिया गया। वही इसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भगवान राम की गगनचुंबी प्रतिमा बनाने की बात कही।