कर्नाटक चुनाव 2018: चुनाव आयोग का बड़ा फैसला, राज्य में राजराजेश्वरी नगर सीट पर मतदान टला

लगभग तीन माह तक चले धुआंधार प्रचार के बाद कर्नाटक का रण अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच गया। राज्य की 224 में से 222 सीटों पर आज (शनिवार) वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही सत्ता के तीन बड़े दावेदारों मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो जाएगा। 4.97 करोड़ मतदाता 2600 से ज्यादा प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम के जरिए करेंगे।

15 मई को मतगणना होगी। एक सीट पर प्रत्याशी की मौत की वजह से चुनाव नहीं हो रहा है जबकि राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर चुनाव एक फ्लैट में करीब 10 हजार वोटर कार्ड मिलने के कारण टाल दिया गया है। इस सीट पर मतदान 28 मई और मतगणना 31 मई को कराई जाएगी।

चुनाव के लिए बनाए गए 55,600 पोलिंग स्टेशनों की सुरक्षा के लिए साढ़े तीन लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। राज्य में कांग्रेस, भाजपा और जद-एस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है लेकिन मुख्य लड़ाई कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मानी जा रही है।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान के एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने अपने कार्यकर्ताओं को उत्साह बढ़ाने के लिए उन्हें एक वीडियो संदेश भेजा है। राहुल ने अपने संदेश की शुरुआत स्थानीय भाषा में की है। राहुल ने संदेश में कहा है कि भाईयों-बहनों आप कांग्रेस कार्यकर्ता हमारी रीढ़ की हड्डी हैं। महीनों से हर रोज दिन भर कांग्र्रेस पार्टी की विचारधारा के लिए हर गांव, हर बूथ और शहरों में लड़ रहे हैं। मैं आप लोगों का दिल से धन्यवाद करता हूं।

थोड़ा ही समय बचा है अब आपकी पूरी शक्ति की जरूरत है। दम लगाकर आप कांग्रेस पार्टी की मदद कीजिए। विचारधारा की लड़ाई है कांग्रेस पार्टी को जिताना है।

1985 के बाद से कोई दल दोबारा सत्ता में नहीं आया

वर्ष 1985 के बाद से कर्नाटक में कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ पाया है। उस साल रामकृष्ण हेगड़े की अगुवाई में जनता दल फिर सत्ता पर काबिज हुआ था। कांग्रेस, पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है जबकि भाजपा कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है।

मतदाताओं की मदद करेगी रैपिड फोर्स


चुनाव में जंगली क्षेत्रों की सीमावृत्ति और हाथी क्षेत्रों में मतदाताओं की मदद के लिए रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। उन 30 मार्गों की पहचान की गई है जहां से हाथी गुजरते हैं। इन मार्गों पर त्वरित कार्रवाई दल तैनात रहेंगे। मतदाता बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें इसके लिए 30 टीमें उनकी मदद के लिए गठित की गई हैं।