कर्नाटक में सियासी संकट : परेशानी में कांग्रेस-जेडीएस, बीजेपी विधायकों के साथ क्रिकेट खेलने में मशगूल दिखे येदियुरप्पा

कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच येदियुरप्पा ने संकेत दिया है कि राज्य में सबकुछ ठीक है। कर्नाटक में भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा मंगलवार को शहर के बाहरी इलाके में येलाहंका के निकट रिजॉर्ट में ठहरे पार्टी विधायकों के साथ क्रिकेट खेलते नज़र आए। इस बात की पूरी आशा है कि कर्नाटक में वर्तमान कांग्रेस-जेडीएस सरकार के गिरने के बाद येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरों में सबसे आगे होंगे। ऐसे में वे राजनीति के साथ ही क्रिकेट की पिच पर भी बैटिंग करते दिखे। भाजपा की राज्य इकाई के मीडिया सेल ने येदियुरप्पा की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें वह रेणुकाचार्य और एस आर विश्वनाथ व अन्य विधायकों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। वह बल्लेबाजी करते दिखे।

बता दे, कांग्रेस-जद(एस) के बागी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अपने इस्तीफे स्वीकार किये जाने में देरी को लेकर उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसपर मंगलवार को सुनवाई हुई। अदालत बुधवार सुबह इस मामले में अपना फैसला सुनाएगा। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन के करीब 16 विधायक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं, जिससे कर्नाटक सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

इतना ही नहीं येदियुरप्पा शाम को रामदा होटल में शाम को गाना सुनते हुए भी नज़र आए। उनके साथ अन्य बीजेपी विधायक भी इस महफिल में मौजूद थे। मंगलवार को दिल्ली में कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार से बगावत कर चुके 16 विधायकों, स्पीकर आर रमेश कुमार और मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी की दलीलों को सुना। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में बुधवार की सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर फैसला देने की बात कही है।

बीजेपी के विधायक बेंगलुरु के रमाडा होटल में रुके हुए हैं। यहीं पर येदियुरप्पा ने उनके साथ क्रिकेट खेला। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बागी 16 विधायकों के मामले की सुनवाई पूरी कर ली है। कल वह उनका फैसला स्वीकार करने पर फैसला देगा।

क्या है सीटों की गणित?

गौरतलब है कि इन सब के बीच कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि बागी विधायकों की अयोग्यता और उनके त्याग पत्र के मामले में वह बुधवार तक निर्णय ले लेंगे। साथ ही अध्यक्ष ने न्यायालय से इस मामले में यथास्थिति बनाये रखने के पहले के आदेश में उचित सुधार करने का अनुरोध किया। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ के समक्ष अध्यक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा था कि कोई यह नहीं कह सकता कि अध्यक्ष से गलती नहीं होती लेकिन उन्हें समय सीमा के भीतर मामले का फैसला लेने के लिये नहीं कहा जा सकता। सिंघवी ने पीठ से सवाल किया था कि अध्यक्ष को यह निर्देश कैसे दिया जा सकता है कि मामले पर एक विशेष तरह से फैसला लिया जाये? इस तरह का आदेश तो निचली अदालत में भी पारित नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा था कि वैध त्यागपत्र व्यक्तिगत रूप से अध्यक्ष को सौंपना होता है और ये विधायक अध्यक्ष के कार्यालय में इस्तीफे देने के पांच दिन बाद 11 जुलाई को उनके समक्ष पेश हुये।

बीते बुधवार येदियुरप्पा ने अगले 4-5 दिनों में बीजेपी के सरकार बनाने का दावा किया था। कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा है। जिसमें से 105 सीटें जीतकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बना ली थी और बीजेपी बहुमत से दूर रह गई थी। ऐसे में 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-जेडीएस विधायकों की संख्या वर्तमान की 116 से घटकर 100 हो जाएगी और उनकी सरकार गिर जाएगी।