कोरोना संक्रमित हो सकता है विकास दुबे, फरीदाबाद में जिसके घर रुका था उस रिश्तेदार की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

कानपुर एनकाउंटर के लगभग एक हफ्ते बाद उत्तर प्रदेश का मोस्ट वॉन्टेड 5 लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे आज गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में नाटकीय ढंग से पुलिस की गिरफ्त में आ गया। विकास 2 जुलाई की रात कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या के बाद 6 दिन से फरार था। इस बीच अब यह कयास लगाए जा रहे है कि विकास दुबे कोरोना संक्रमित हो सकता है। ऐसी संभावना इसलिए है क्योंकि उसके रिश्तेदार श्रवण मिश्रा की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। श्रवण मिश्रा वही रिश्तेदार है, जो फरीदाबाद में रहता है और जिसके घर एक दिन विकास दुबे रुका था और फरार होकर उज्जैन पहुंचा। श्रवण मिश्रा और उनका बेटा अंकुर इस समय विकास को पनाह देने के आरोप में जेल में बंद हैं।

फरीदाबाद पुलिस ने विकास को वहां देखे जाने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया था, जिसके बाद उसने तीन लोगों को गिरफ्तार किया। तीन लोगों में विकास का साथी प्रभात मिश्रा और रिश्तेदार श्रवण मिश्रा और अंकुर मिश्रा हैं। प्रभात को ट्रांजिट रिमांड पर यूपी एसटीएफ को सौंप दिया गया था, जिसे आज सुबह यूपी ले जाते वक्त पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली मार दी। इसमें प्रभात की मौत हो गई।

वहीं जेल भेजने से पहले श्रवण व अंकुर की कोरोना जांच कराई गई थी, जिसमें श्रवण की बुधवार देर शाम को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। यही वजह है कि माना जा रहा है कि विकास दुबे व गिरफ्तार श्रवण के संपर्क में आने वाले दर्जनों लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।

ऐसे पकड़ा गया विकास

विकास गुरुवार सुबह महाकाल मंदिर पहुंचा। यहां पर उसने वीआईपी रसीद कटवाई और बाबा के दर्शन करने पहुंचा। इस दौरान उसे एक दुकान संचालक और सुरक्षाकर्मी ने पहचान लिया था। सुरक्षाकर्मी ने अपने वरिष्ठों की इसकी जानकारी दी और उसके पीछे लग गया। दर्शन कर लौट रहे विकास को पुलिस जवानों और सुरक्षाकर्मियों ने चौकी पर बिठा लिया। पकड़ में आने के बाद वह ‘मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं’ चिल्लाने लगा। पुलिस ने मोबाइल नंबर से भी इस बात की पुष्टि की।