Omicron के खतरे के बीच जम्मू-कश्मीर से सामने आई बड़ी लापरवाही, बिना RT-PCR और क्वारंटीन के घर पहुंच गए 7 विदेश से लौटे यात्री

कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के खतरे के बीच जम्मू-कश्मीर में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां, विदेश से लौटे 7 यात्री बिना आरटीपीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) और क्वारंटीन के ही घर पहुंच गए। यूके और यूएई से लौटे इन सातों लोगों को प्रशासन ने तलाश कर घर में ही क्वारंटीन कर दिया है। सीएमओ कठुआ डॉ अशोक चौधरी ने बताया कि विदेश यात्रा कर लौटने वालों की पहचान की जा रही है। इन्हें क्वारंटीन करवाने के साथ ही 7 दिन बाद अनिवार्य आरटीपीसीआर जांच भी करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में यूके और यूएई से लौटे सात लोग मिले हैं। इनमें से तीन कट्टल ब्राह्मणा हीरानगर और चार गोविंदसर में एक ही परिवार से हैं।

प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार विदेश यात्रा से लौट रहे लोगों को पेड या फिर प्रशासनिक क्वारंटीन में सात दिन तक रहना होगा। इसके बाद दोबारा आरटीपीसीआर जांच में निगेटिव आने के बाद ही वे घरों को जा सकेंगे। लेकिन कठुआ जिले में सात मामलों में सामने आई लापरवाही ने सवाल खड़े कर दिए हैं।

दरअसल, नेशनल सर्विलांस कमेटी की ओर से ऐसे यात्रियों का डाटा प्रदेश सर्विलांस और फिर जिला सर्विलांस को मुहैया करवाया जाता है। अमूमन इसमें एक दिन का समय लग रहा है, लेकिन इस अवधि में विदेश यात्रा कर लौट रहे लोग सीधा घरों को पहुंच रहे हैं। जब सात लोगों की सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग की टीमें दिनभर इनकी तलाश में जुटी रहीं।

6 होटल और पीएचसी खरोट बने क्वांटीन सेंटर

जिला प्रशासन ने 6 होटलों को पेड कोविड केयर सेंटर (paid covid care centre) घोषित कर दिया है। यह सुविधा विदेश से लौटने वालों के लिए रहेगी। होटल हाल मार्क, होटल ग्रैंड प्लाजा, तांगड़ी पैलेस, त्रिकुटा होटल, हाईवे रसोई और होटल रत्न को कोविड केयर सेंटर घोषित करते हुए जिला मजिस्ट्रेट कठुआ ने रेट भी तय कर दिए हैं। हाल मार्क, ग्रैंड प्लाजा में जहां प्रतिदिन प्रति कमरा 1000 रुपये निर्धारित किया गया है, वहीं अन्य में 800 रुपये प्रति कमरा प्रतिदिन चुकाने होंगे। इनमें खान पान शामिल नहीं होगा। जिला मजिस्ट्रेट ने खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक नियंत्रक पंकज सोनी को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।