जम्मू-कश्मीर / आतंकवादियों ने की BJP नेता वसीम बारी की हत्या, हमले में पिता-भाई की भी मौत

जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता शेख वसीम बारी की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। आतंकवादियों ने वसीम बारी के साथ-साथ उनके पिता और भाई पर भी गोलीबारी की। तीनों की ही इस घटना में मौत हो गई। जम्मू कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने बुधवार को यह जानकारी दी। बारी की सुरक्षा में 8 सुरक्षाकर्मी तैनात थे लेकिन हमले के समय उनके साथ एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। इस घटना के बाद सभी आठ सुरक्षाकर्मियों को हिरासत में ले लिया गया है। सुरक्षाकर्मियों ने पूछताछ की जा रही है।

बीजेपी नेता अपने पिता और भाई के साथ दुकान पर थे। तब ही आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलाई। कश्मीर के आईजी ने कहा कि परिवार को 8 सुरक्षाकर्मी मिले हैं, लेकिन घटना के समय कोई भी साथ नहीं था। घर और दुकान दोनों ही साथ में है। पीएसओ को पहली मंजिल पर बैठने की अनुमति थी। बीजेपी नेता की सुरक्षा में तैनात 7 सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बीजेपी नेता शेख वसीम बारी के साथ उनके भाई उमर सुल्तान और पिता बशीर अहमद शेख की हत्या की गई है। जानकारी के मुताबिक, बुधवार को रात करीब 9 बजे आतंकवादियों ने जिला बीजेपी अध्यक्ष वसीम बारी पर उनकी दुकान के बाहर गोलीबारी की। आतंकवादियों की गोलीबारी में उनके भाई उमर सुल्तान और पिता बशीर अहमद घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।

भाजपा नेता शेख वसीम बारी की हत्या की खबर पर बीजेपी महासचिव राममाधव (BJP General Seceratry Ram Madhav) ने ट्वीट कर हैरानी और दुख प्रकट किया है और बारी को श्रद्धांजलि दी है। राम माधव ने लिखा कि-बांदीपोरा में आतंकवादियों द्वारा युवा भाजपा नेता वसीम बारी और उनके भाई की हत्या से हैरान और दुखी हूं। बारी के पिता जो एक वरिष्ठ नेता हैं वह भी घायल हुए थे। यह 8 सुरक्षा कमांडो के बावजूद ये घटना हुई। मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।

बारी की हत्या के बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की निंदा की है। अब्दुल्ला ने लिखा कि- 'आज शाम को बांदीपोरा में भाजपा के पदाधिकारियों और उनके पिता पर जानलेवा आतंकी हमले के बारे में सुन कर दुखी हूं। मैं इस हमले की निंदा करता हूं। इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। दुख की बात है कि मुख्यधारा के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को लक्ष्य बनाकर हिंसा करना बेरोकटोक जारी है।'

बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने सरपंच अजय पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। अजय पंडिता का संबंध कांग्रेस पार्टी से था। हत्या के बाद से ही घाटी में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए थे। अजय पंडिता को आतंकियों ने उनके घर के पास ही गोलियों से भून दिया था, अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी।