'मैं झुकूंगा नहीं...': भाजपा के वक्फ आरोप पर मल्लिकार्जुन खरगे का पुष्पा स्टाइल में जवाब

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार (3 अप्रैल) को राज्यसभा में चर्चित फिल्म पुष्पा का डायलॉग दोहराते हुए कहा, 'मैं झुकूंगा नहीं' यह बयान उन्होंने वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में दिया। खरगे ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि अगर ये सही साबित होते हैं तो वह खुद इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा, 'अनुराग ठाकुर ने कल लोकसभा में मुझ पर झूठे आरोप लगाए, जिससे मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। लेकिन मैं भाजपा के हथकंडों के आगे नहीं झुकूंगा।'

खरगे ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, 'अगर भाजपा के लोग मुझे डराकर झुकाना चाहते हैं, तो मैं कभी नहीं झुकूंगा। मैं टूट सकता हूं, लेकिन झुकूंगा नहीं। याद रखो, मैं डरने वाला नहीं हूं।' गौरतलब है कि अनुराग ठाकुर ने चर्चा के दौरान खरगे पर वक्फ की जमीन हड़पने का आरोप लगाया था, जिससे वह बेहद नाराज नजर आए। कांग्रेस अध्यक्ष ने अनुराग ठाकुर से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की भी मांग की

खरगे ने आगे कहा,'मेरा जीवन हमेशा एक खुली किताब की तरह रहा है, संघर्षों और चुनौतियों से भरा हुआ। मैंने सार्वजनिक जीवन में हमेशा उच्चतम मूल्यों को बनाए रखा है। राजनीति में लगभग 60 साल बिताने के बाद, मुझे ऐसी झूठी उम्मीद नहीं थी। अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में मेरे खिलाफ पूरी तरह से झूठे और निराधार आरोप लगाए। जब मेरे सहयोगियों ने उन्हें चुनौती दी, तो उन्हें अपनी टिप्पणी वापस लेनी पड़ी, लेकिन तब तक मेरी छवि को नुकसान पहुंच चुका था।'

बता दे कि भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में वक्फ बिल का विरोध करने को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह विधेयक कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। ठाकुर ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के कल्याण के लिए बनी वक्फ संपत्तियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक साम्राज्य को खड़ा करने के लिए किया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने इन जमीनों का सही उपयोग सुनिश्चित करने के बजाय उन्हें अपने चुनावी फायदे के लिए वोट बैंक एटीएम में बदल दिया। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन के सदस्यों से एक-दूसरे का सम्मान करने का आग्रह करते हुए दलों से अपील की कि वे अपने सदस्यों को शिक्षित करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित करें।