पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू 'Navjot Singh Sidhu' पर मुजफ्फरपुर में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया है। सीजेएम की अदालत में मुकदमा दर्ज कराते हुए याचिकाकर्ता अधिवक्ता सुधीर ओझा ने आरोप लगाया कि सिद्धू ने पाकिस्तान सेना प्रमुख से गले मिलकर भारतीय सेना का अपमान किया है। गले मिलने के मामले में कांग्रेस पार्टी ने उनसे दूरी बना ली है, लेकिन साथ ही केंद्र सरकार पर निशाना भी साधा है। कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने सोमवार को कहा कि सिद्धू वहां कांग्रेस के प्रतिनिधि के तौर पर नहीं बल्कि एक दोस्त के रूप में गए थे।
उन्होंने कहा, 'सिद्धू निजी और क्रिकेटर की हैसियत से गए थे। लेकिन अगर पाकिस्तान जाना देशद्रोह है तो सबसे पहले तो हमारे प्रधानमंत्री देशद्रोही हैं। राष्ट्रवाद का पाठ तब याद कराना चाहिए जब प्रधानमंत्री पाकिस्तान जाकर बिरयानी खाते हैं और उनके मंत्री पाकिस्तानी उच्चायोग में जाकर दावत खाते हैं।'
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘जब पाकिस्तान की बात आती है तो सभी दलों और देशवासियों को एक स्वर में बोलना चाहिए। लेकिन दिक्कत यह है कि इस सरकार की पाकिस्तान नीति जलेबी की तरह है। चैनलों पर भाजपा के प्रवक्ता कहते हैं कि पाकिस्तान को चीर देंगे, सबक सिखाएंगे, लेकिन फिर अचानक ही नीति बदल जाती है।’
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के पाक सेना प्रमुख से गले मिलने को गलत ठहराया था। उन्होंने कहा कि हर रोज हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। जिसके आदेश पर ये सब हो रहा है, उसे गले लगाने से पहले उन्हें (सिद्धू को) सोचना चाहिए था। दूसरी ओर सिद्धू का कहना है कि वो दोस्ती का पैगाम लेकर गए थे।