झारखंड : जगुआर के जवान पर कहर बनकर टूटा ब्रेन मलेरिया, अस्पताल में इलाज के बाद मौत

पिछले 13 सालों से जंगलो में उग्रवादियों के खिलाफ अभियान में झारखंड जगुआर सक्रिय हैं और बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। लेकिन अब जगुआर के जवान पर उग्रवादी नहीं बल्कि ब्रेन मलेरिया कहर बनकर टूटा हैं जिसमें कई दिनों तक अस्पताल में इलाज के बाद एक और जवान की मौत हो गई। अस्पताल में इलाज के दौरान जवान उपेंद्र कुमार मौत हो गई। 83 जवान अभी तक ब्रेन मलेरिया से शहीद हो चुके हैं।

जवान को पहले नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। तबीयत में सुधार नहीं होने पर उसे मेडिका अस्पताल रेफर किया गया, जहां कई दिनों से उसका इलाज चल रहा था, लेकिन गुरुवार को इलाज के दौरान उपेंद्र ने दम तोड़ दिया। जवान उपेंद्र कुमार मूलत पलामू के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में स्थित ओरिया के रहने वाले थे। उपेंद्र ने छह जून 2017 को झारखंड जगुआर में सिपाही के पद पर नौकरी शुरू की थी।

2008 में सरकार द्वारा दी गई टूटी-फूटी गाड़ियों से इन जवानों को गश्त करनी पड़ती है। अभियान से लौटने के बाद पक्के मकान नहीं बल्कि टेंट में रहना पड़ता है। जगुआर परिसर में आज भी जवानों को साफ पानी पीने को नसीब नहीं हो रहा। कई इलाकों में तो जवान पानी के बीच ही रहते हैं और मच्छरों के शिकार होते हैं।