आज से फिर पटरी पर दौड़ेगी देश की पहली प्राइवेट ट्रेन Tejas Express, यात्रा से पहले जान लें ये जरुरी बातें

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन, लखनऊ-नई दिल्ली (82501/82502) और अहमदाबाद-मुंबई (82902/82901) तेजस एक्सप्रेस आज से एक बार फिर शुरू कर दी गई है। कोरोना वायरस महामारी के चलते इन ट्रेनों के संचालन को 19 मार्च को बंद कर दिया गया था। तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) नाम से चलने वाली देश की पहली प्राइवेट ट्रेनों का संचालन IRCTC करती है। IRCTC ने एक बार फिर इन ट्रेनों के संचालन को शुरू करने के साथ ही अपने यात्रियों के लिए कुछ गाइडलाइंस भी जारी की है। IRCTC ने एक बयान जारी कर कहा है कि तेजस एक्सप्रेस मैनेज करने वाले सभी कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है, ताकि कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के लिए सभी प्रोटोकॉल को हर स्तर पर अपनाया जा सके। पैसेंजर्स और स्टाफ की सुरक्षा को सबसे वरीयता दी जाएगी। ऐसे में अगर आप भी इन ट्रेनों से ट्रेवल करने का मन बना रहे है तो इन गाइडलाइंस के बारे में जानना आपके लिए बेहद जरुरी है।

पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SoPs) जारी किया गया है।

- एक बार बैठने के बाद पैसेंजर्स को अपने सीट्स एक्सचेंज करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी पैसेंजर्स और स्टाफों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

- सभी के लिए अपने स्मार्टफोन में 'आरोग्य सेतु' ऐप (Arogya Setu App) इंस्टॉल करना अनिवार्य होगा। टिकट बुकिंग के समय सभी पैसेंजर्स को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

- सभी पैसेंजर्स को ट्रैवल से पहले कोविड-19 प्रोटेक्शन किट दिया जाएगा। इस किट में हैंड सैनिटाइजर की एक बॉटल, एक मास्क, एक फेस शिल्ड और एक जोड़ी ग्लव्स होंगे।

- ट्रेन कोच में एंट्री से पहले सभी पैसेंजर्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और हैंड सैनिटाइज कराया जाएगा।

- पैंट्री एरिया और शौचालय को समय-समय पर डिसइन्फेक्ट किया जाएगा। पैसेंजर्स के सामान व बैग को भी डिसइन्फेक्ट किया जाएगा। इसके लिए अलग से स्टाफ लगाए जाएंगे।

- कोच के अंदर उन जगहों को समय-समय पर डिसइन्फेक्ट किया जाएगा, जो बार-बार टच किए जाते हों। सर्विस ट्रे और ट्रॉली को भी डिसइन्फेक्ट किया जाएगा।

आपको बता दे, बता दें कि इस ट्रेन के विलंब होने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जाता है। एक घंटे से अधिक की देरी पर 100 रुपये और दो घंटे से अधिक विलंब होने पर 250 रुपये का मुआवजा मिलता है।