MQ- 9 रीपर ड्रोन: जिससे अमेरिका ने ईरानी जनरल सुलेमानी को मारा, जाने इसकी खूबी के बारे में

ईरान के कुद्स फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासिम सुलेमानी (General Qasem Soleimani) को मारने के बाद ईरान आगबबूला हो गया है। ईरान ने कहा है कि वो अपने कमांडर की मौत का बदला अमेरिका से लेकर रहेगा। कासिम सुलेमानी की हमले में मौत से भड़के ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खुमैनी ने बदला लेने का संकल्प लिया है। तेहरान स्थित प्रेस टीवी के मुताबिक खुमैनी ने कहा कि धरती के सबसे क्रूर लोगों ने' सम्मानीय कमांडर की हत्या की, जिन्होंने दुनिया की बुराइयों और डकैतों के खिलाफ साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी।

उन्होंने कहा कि उनकी मौत से उनका मिशन नहीं रुकेगा, लेकिन जिन अपराधियों ने गुरुवार रात जनरल सुलेमानी और अन्य शहीदों के खून से अपने हाथ रंगे हैं, उन्हें जरूर एक जबरदस्त बदले की, अंजाम भुगतने की प्रतीक्षा करनी चाहिए।

आपको बता दे, अमेरिका ने इस मिशन को बिना सेना के सीधे इस्तेमाल के इतने गोपनीय और अचूक हथियार के जरिए अंजाम दिया कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़ी कुद्स फोर्स के चीफ सुलेमानी को बचने को कोई मौका नहीं मिल पाया। दरअसल सुलेमानी पर यह हमला अमेरिका ने हजारों फीट ऊपर से किया था। तो चलिए आपको बताते है अमेरिका के उस हवाई 'ब्रह्मास्त्र' के बारे में...

अमेरिका के इस अचूक हथियार का नाम है MQ-9 रीपर ड्रोन। इस ड्रोन की खास बात यह है कि यह जासूसी में जितना माहिर है, उतना ही खतरनाक हवाई हमले करने में भी है। यह हथियारों से लैस, मध्यम ऊंचाई तक पहुंचाने वाला, एक साथ कई अभियानों को अंजाम देने और लंबी देर तक हवा में रहने में सक्षम ड्रोन है। अमेरिकी वायुसेना 2007 से इसका इस्तेमाल कर रही है। MQ-9 रीपर चूंकि मानवरहित छोटा विमान है, इसलिए इसके अंदर कोई पायलट या क्रू नहीं होता है। इसे दूर से ही संचालित किया जाता है। हर MQ-9 रीपर ड्रोन के लिए एक पायलट और एक सेंसर ऑपरेटर सुनिश्चित होते हैं। 2,222 किलो वजनी यह ड्रोन छोटी-छोटी गतिविधियों का भी पता लगा लेता है और बेहद कम समय में लक्ष्य को निशाना बना लेता है। यह ड्रोन 230 मील (368 किलोमीटर) प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ता है। MQ-9 रीपर अधिकतम 50 हजार फीट तक की ऊंचाई तक पहुंच सकता है। इसमें एक बार में 2,200 लीटर फ्यूल भरा जा सकता है जिससे यह 1,150 मील यानी 1,851 किलो मीटर तक की दूरी तय कर सकता है।

इस ड्रोन में कई बेहद घातक हथियार लगे होते हैं। इनमें लेजर से निर्देशित होने वाले हवा से जमीन पर मार करने वाले चार AGM-114 हेलफायर मिसाइल भी शामिल हैं। ये मिसाइल बिल्कुल लक्ष्य पर निशाना साधते हैं जिससे कि आसपास कम-से-कम नुकसान हो। साथ ही, इसमें टारगेटिंग सिस्टम लगा है जिसमें विजुअल सेंसर्स लगे हैं। इसमें 1,701 किलो वजन तक का बम गिराने की क्षमता है।

MQ-9 रीपर ड्रोन को जनरल एटमिक्स एरोनॉटिकल सिस्टम्स इंक ने बनाया है और इसकी एक यूनिट की कीमत साल 2006 में करीब 3.65 करोड़ रुपये आंकी गई थी। चार एयरक्राफ्ट और सेंसर्स को मिलाकर एक यूनिट बनता है।