IPS अधिकारी ने किया नाबालिग का यौन शोषण, FIR दर्ज

देशभर की पुलिस यह दावा करती रहती है कि वह महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाती है लेकिन अगर वही महिलाओं और नाबालिगों का उत्पीड़न करने लगें तो इन दावों पर सवाल उठते रहते है। हाल ही में महाराष्ट्र (Maharashtra) में नाबालिग के यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ है। नाबालिग का यौन शोषण करने वाला और कोई नहीं एक आईपीएस (IPS) अधिकारी है। आईपीएस अधिकारी की पहचान निशिकांत मोरे के तौर पर हुई है जो तलोज पुलिस में उप महानिरीक्षक (मोटर परिवहन) के पद पर तैनात हैं। आईपीएस (IPS) अधिकारी पर 17 साल की नाबालिग किशोरी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। जिसके बाद पुलिस ने मोटर ट्रांसपोर्ट के डीआईजी निशिकांत मोरे के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 ए, 506 के तहत यौन शोषण का मामला दर्ज किया है। पुलिस पर आरोप है कि वह लंबे समय से मोरे के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कर रही थी और उसे बचाने के पूरे प्रयास में लगी थी। पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि वे वारदात के बाद से ही मोरे के ‌खिलाफ मामला दर्ज करवाने की मांग कर रहे थे लेकिन पुलिस शिकायत नहीं ले रही थी। परिजन ने आरोप लगाया कि पुलिस मोरे को लगातार बचाने का प्रयास कर रही है।

बताया गया है कि मोरे और किशोरी का परिवार पुराने परिचित हैं। इस वारदात को मोरे ने 6 महीने पहले किशोरी की जन्मदिन की पार्टी के दिन अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और मोरे को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

चेहरे पर केक लगाकर जीभ से चाटने लगा

पीड़िता के परिजन ने बताया कि मोरे 5 जून को युवती के जन्मदिन की पार्टी में बिना बुलाए पहुंच गए। यहां पर उन्होंने शराब की मांग की और फिर नशे में किशोरी के साथ कथित तौर पर अश्लील हरकतें कीं। जब लड़की ने बर्थडे केक काटा और जब उसके दोस्त और परिवार के लोग उसके चेहरे पर केक लगा रहे थे मोरे उस वक्त वहां थे और उन्होंने कथित रूप से लड़की पर केक को लगाया और उसे जीभ लगाकर खाने लगे। यह पूरी घटना उस दौरान मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली गई। इस वीडियो क्‍लिप के आधार पर पुलिस ने मोरे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

वही इस पूरे मामले में पुलिस उपायुक्त अशोक दुधे का कहना है कि घटना के वीडियो क्लिप और घटना के दौरान वहा मौजूद लोगों के बयानों पर पुलिस ने पुणे में तैनात उप महानिरीक्षक (मोटर परिवहन) निशिकांत मोरे के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज कर लिया।