IPL 2020 : अंपायर्स नहीं दिखा रहे दिलचस्पी, कोरोना में सता रहा जान का डर

आईपीएल के 13वें संस्करण का आगाज 19 सितंबर से होने जा रहा हैं। इस पर कोरोना का साया छाया हुआ हैं। बीते दिनों CSK के खिलाड़ी और सदस्य कारोना संक्रमित हुए थे। अब कोरोना का यह खौफ अंपायर्स में भी दिखाई दे रहा हैं और वे आईपीएल में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो BCCI द्वारा कई अंपायर्स से इस लीग के लिए बात की जा रही हैं। एलीट पैनल के अंपायर्स विभिन्न कारणों का उल्लेख करते हुए आईपीएल से दूरी बना रहे हैं। ऐसे में आयोजकों के लिए अंपायर्स की व्यवस्था एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक विदेश के सिर्फ तीन एलीट पैनल अंपायर्स ने ही टूर्नामेंट में अपनी सेवाएं देने के लिए हामी भरी है। वहीं मैच रेफरी की बात करें तो सिर्फ जवागल श्रीनाथ ही इसके लिए राजी हुए हैं। BCCI आम तौर आईपीएल के सीजन के लिए छह विदेशी एलीट पैनल अंपायर्स की सेवाएं लेता है।

उम्मीद की जा रही थी कि इस बार आईपीएल में ज्यादा एलीट पैनल अंपायर्स शामिल होंगे चूंकि फिलहाल कोई अंतरराष्ट्रीय मुकाबला नहीं हो रहा है। आईपीएल का नियमित हिस्सा रहे श्रीलंकाई अंपायर कुमार धर्मसेना ने भी बीसीसीआई को साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वह श्रीलंका में क्रिकेट में व्यस्त होंगे। सूत्र ने बताया कि एलीट पैनल के अंपायर्स को आईसीसी के अनुबंध से अच्छी-खासी रकम मिलती है। इसलिए कोई इस वक्त खतरा नहीं मोल लेना चाहता।

एलीट पैनल के तीन विदेशी अंपायर क्रिस गाफने (न्यूजीलैंड), रिचर्ड इलिंगवर्थ, माइकल गॉफ (इंग्लैंड) के अलावा भारत के नितिन मेनन ही अब तक आईपीएल 2020 के लिए सहमति जता पाए हैं। 12 अंपायर्स को जहां मैदान और टीवी अंपायर्स की जिम्मेदारी मिलती है वहीं तीन सिर्फ चौथे अंपायर की भूमिका में होते हैं। भारत के अंतरराष्ट्रीय पैनल के अंपायर अनिल चौधरी, सी। शम्सुद्दीन, वीरेंदर शर्मा और केएन अनंतपद्मानभन और पूर्व एलीट पैनल एस रवि भी इस लिस्ट में शामिल हैं।