'ट्रेन में मसाज' : सांसद शंकर लालवानी को नहीं पसंद आया ये आइडिया, रेल मंत्री को चिट्टी लिख जताई आपत्ति

भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए ट्रेनों में मसाज की सुविधा शुरू कर रहा है। इंदौर से चलने वाली 39 ट्रेनों से इसकी शुरुआत होना है। रेलवे बोर्ड के मीडिया एवं संचार निदेशक राजेश बाजपेयी ने कहा कि पश्चिम रेलवे क्षेत्र के रतलाम मंडल ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। बाजपेयी ने कहा, 'यह रेलवे के इतिहास में पहली बार होगा कि यात्रियों के आराम को ध्यान में रखते हुए उन्हें चलती रेलगाड़ी में मालिश सेवा दी जाएगी। इससे न केवल रेलवे की अतिरिक्त आय होगी बल्कि यात्रियों की संख्या में भी इजाफा होगा।' अधिकारी के अनुसार रेलवे इंदौर से चलने वाली 39 रेलगाड़ियों में यह सेवा उपलब्ध कराएगा। इसमें देहरादून-इंदौर एक्सप्रेस (14317), नई दिल्ली-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस (12416) और इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस (19325) शामिल है।

लेकिन इंदौर सांसद शंकर लालवानी को ट्रेन में मसाज का आइडिया पसंद नहीं आया। उन्हे ये इतना नागवार गुज़रा कि उन्होंने रेल मंत्री पीयूष गोयल को चिट्टी लिखकर इस पर आपत्ति जता दी।

लालवानी ने लिखा कि ट्रेनों में इस तरह की स्तरहीन व्यवस्था का कोई औचित्य नहीं है। इसकी जगह मेडिकल, डॉक्टर और दूसरी यात्री सुविधाएं उपलब्ध करवाना चाहिए। लालवानी ने पत्र में लिखा मुझे आश्चर्य है कि चलती गाड़ियों में यात्री, विशेषकर महिलाओं के सामने इस प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाना क्या भारतीय संस्कृति के मानकों के अनुरूप होगा।

शंकर लालवानी ने लिखा, रेलवे पहले यात्रियों को बैठने, महिलाओं के लिए फीडिंग रूम और डॉक्टर्स की सुविधाएं उपलब्ध कराए। मसाज की सुविधा पर्यटक ट्रेनों में होनी चाहिए। पैसेंजर ट्रेनों में इसे लागू नहीं करना चाहिए। पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों के खड़े रहने तक की जगह नहीं होती। ऐसे में मसाज कहां होगी,ये सोचने वाली बात है।

रेलवे सदस्य भी ज़ाहिर कर चूके है इस पर नाराज़गी

रेलवे सदस्य भी हैरान-रेलवे सलाहकार समिति से जुड़े सदस्यों ने भी इस पर नाराज़गी ज़ाहिर की है। इंदौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म-5 और 6 पर मसाज सेंटर बनने वाला है। सदस्यों ने इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा रेलवे को तत्काल इस निर्णय को वापस लेना चाहिए।