भारत ने पाकिस्तानी नौसेना के दावे को किया खारिज, कहा- यह दुष्प्रचार का तरीका

भारतीय नौसेना ने पाकिस्तानी नौसेना के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उसने भारतीय पनडुब्बी के अपने जल क्षेत्र में घुसने का दावा किया था। भारत ने पाकिस्तानी सेना के इस दावे को दुष्प्रचार भी बताया है। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता, कैप्टन डी के शर्मा ने बयान जारी कर कहा, "पिछले कई दिनों में, हमने पाकिस्तान को झूठे प्रचार और गलत सूचना के प्रसार के लिए देखा है। भारतीय नौसेना इस तरह के प्रचार का संज्ञान नहीं लेती है।"

बता दें कि पाकिस्तानी नौसेना ने इस्लामाबाद में एक बयान में दावा किया है कि उसने पाकिस्तान के जल क्षेत्र से भारतीय पनडुब्बी को दूर रखने के लिए विशेष कौशल का उपयोग किया। इस पर भारतीय नौसेना ने कहा कि हमने पाकिस्तान को दुष्प्रचार करते और झूठी सूचना फैलाते देखा है। हम इस तरह के दुष्प्रचार को संज्ञान में नहीं लेगें। हमारी तैनाती अडिग है।

50 सेकेंड का वीडियो

आपको बता दें कि पाकिस्तानी नौसेना ने दावा किया था कि भारत‌ की एक पनडुब्बी पाकिस्तान की समुद्री सीमा में देखी गई थी, जिसे चेतावनी देकर भगा दिया गया। अपने बयान को साबित करने के लिए पाकिस्तानी नौसेना ने एक 50 सेकेंड का वीडियो भी जारी किया।‌ इस वीडियो के शुरूआत में भारतीय नौसेना की‌ स्कोर्पीन क्लास, कलवरी पनडुब्बी का‌ आर्काइव वीडियो है। ये आर्काइव वीडियो इसलिए साझा किया गया ताकि बताया जा सके कि जिस पनडुब्बी को पाकिस्तानी की समुद्री सीमा में देखा गया वो कौन सी है। इसके बाद एक टोही एयरक्राफ्ट (हवाई विमान) द्वारा एक पनडुब्बी की वीडियो सामने आती है जिसमें इस पनडुब्बी का सिर्फ पैरिस्कोप दिखाई पड़ रहा है। बाकी पनडुब्बी समंदर के नीचे है। समंदर में सिर्फ पैरिस्कोप चलती दिखाई रड़ रही है। इस‌ वीडियो पर भौगोलिक-स्थिति और 4 मार्च 2019 रात आठ बजकर 35 मिनट की तारीख पड़ी है। वीडियो के भौगोलिक आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि ये पनडुब्बी पाकिस्तान के समुद्री-तट से करीब 200 नॉटिकल मील दूर है। यानि वो पाकिस्तानी के समंदर से बहुत दूर है। आपको बता दें कि समुद्री-तट से 12 नॉटिकल मील तक उस देश का अधिकार-क्षेत्र होता है और 00 नॉटिकल मील तक एक्सकलूजिव ईकोनोमिक जोन (ईईजेड) होता है।

साथ ही जारी वीडियो को गौर से देंखे तो पता चलता कि ये वीडियो (पैरिस्कोप चलता हुआ) पहले भी पाकिस्तानी नौसेना ने नवंबर 2016 में जारी किया था। उस वक्त भी पाकिस्तानी नौसेना ने आरोप लगाया था कि भारतीय नौसेना की पनडुब्बी पाकिस्तान की समुद्री सीमा में दिखाई दी है।

आज जारी वीडियो और 2016 में जारी वीडियो में सिर्फ इतना अंतर है कि उस वक्त वीडियो पर कोई भूगौलिक पहचान नहीं दी गई थी और ना ही कोई तारीख थी।‌ आज के वीडियो पर भी तारीख के ऊपर‌ लाल रंग से बॉक्स बनाया हुआ है, जिससे पता चलता है कि ये एक एडिटेड यानि संपादित वीडियो है।

नौसेना के एक संक्षिप्त बयान में कहा गया है कि भारतीय नौसेना राष्ट्र के समुद्री हितों की हिफाजत की जरूरत के मुताबिक तैनात रहेगी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद परमाणु हथियार संपन्न दोनों देशों के बीच हाल ही में बढ़े तनाव के बाद पाकिस्तान नौसेना ने यह दावा किया है।

पाक नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी नौसेना ने पनडुब्बी को रोकने के लिए अपने विशेष कौशल का उपयोग करते हुए उसे पाकिस्तान के जल क्षेत्र से दूर रखा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की शांति की नीति के मद्देनजर भारतीय पनडुब्बियों को निशाना नहीं बनाया गया। भारत को अवश्य ही इस घटना से सीख लेनी चाहिए और शांति की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी नौसेना हमेशा ही अपने जल क्षेत्र की पहरेदारी के लिए तैयार है और वह किसी भी तरह के आक्रमण का मजबूती से जवाब देने में सक्षम है।

14 फरवरी के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में 26 फरवरी को जैश के आतंकी प्रशिक्षण ठिकाने पर हमला किया था। वहीं, इसके अगले ही दिन पाक वायुसेना ने कश्मीर में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की।