
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सख्त लहजे में दो टूक चेतावनी दी है कि भारत ने केवल ऑपरेशन सिंदूर को स्थगित किया है, उसे पूरी तरह से बंद नहीं किया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को शह देने का सिलसिला बंद करना ही होगा यदि वह अपनी सुरक्षा चाहता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और बातचीत, आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने दो टूक कहा कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता और किसी भी देश द्वारा भारत को न्यूक्लियर ब्लैकमेल करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादियों को मदद देने की यह नीति अंततः पाकिस्तान को ही खत्म कर देगी। उनका यह भी कहना था कि अब हर आतंकी और आतंकवादी संगठन जान चुका है कि सिंदूर हटाने की कीमत क्या होती है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि यह देश की करोड़ों लोगों की भावनाओं का प्रतीक है और यह न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। उन्होंने कहा कि 7 मई को पूरी दुनिया ने देखा कि यह प्रतिज्ञा किस तरह परिणाम में बदली।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आतंकियों ने कभी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा कदम उठाएगा। लेकिन जब देश एकजुट होता है और राष्ट्र की भावना सर्वोपरि होती है, तो ऐसी महाकाय फैसले लिए जाते हैं और परिणाम सामने आते हैं। उन्होंने बताया कि जब भारत के मिसाइलों और ड्रोन ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, तो आतंकियों के हौसले पस्त हो गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि यह समय युद्ध का नहीं, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक युद्ध का है। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के भीतर जाकर आतंकवादियों के अड्डों को निशाना बनाया और मात्र तीन दिनों में पाकिस्तान को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान से हमले रोकने की गुहार आई। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने हमारे मंदिरों और गुरुद्वारों को निशाना बनाया था, लेकिन दुनिया ने देखा कि पाकिस्तान के ड्रोन कैसे ध्वस्त हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी कार्रवाई को केवल स्थगित किया है, आने वाले दिनों में हम आगे की रणनीति तय करेंगे।