
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान के मीडिया के अनुसार, भारत ने बिना पाकिस्तान को सूचित किए अचानक झेलम नदी का पानी छोड़ दिया। इसके बाद पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद जिले के आस-पास जलस्तर तेजी से बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इस पर इलाके में वाटर इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
पाकिस्तान के डॉन न्यूज के मुताबिक, भारत ने शनिवार को झेलम नदी पर बने सभी डैम अचानक खोल दिए, जिससे स्थानीय प्रशासन ने हट्टियन बाला में आपातकाल लागू कर दिया और लोगों को अलर्ट कर दिया। मस्जिदों में घोषणाओं के जरिए स्थानीय लोगों को चेतावनी भी दी गई। दुनिया न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस सूचना के बाद नदी किनारे रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई है। नदी का पानी भारत के अनंतनाग से होते हुए पाकिस्तान के चकोठी इलाके तक बह रहा है।
सिंधु जल समझौता रद्दभारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का ऐलान किया है। इसके अलावा केंद्र सरकार उन तीन नदियों के पानी के अधिकतम उपयोग पर योजना बना रही है, जिनका उपयोग पाकिस्तान सिंधु जल संधि के तहत करता था।
भारत बना रहा है रणनीतिगृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में 1960 की सिंधु जल संधि पर भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा की गई। इस संधि के तहत भारत को पूर्वी नदियों (सतलुज, ब्यास, और रावी) के पानी पर विशेष अधिकार प्राप्त हैं, जिनका औसत वार्षिक प्रवाह लगभग 33 मिलियन एकड़ फुट (एमएएफ) है। वहीं, पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम और चिनाब) का पानी पाकिस्तान को आवंटित किया गया है, जिसका औसत वार्षिक प्रवाह लगभग 135 एमएएफ है। संधि के स्थगन के बाद, भारत इन नदियों के पानी का उपयोग करने के लिए योजना बना रहा है।
बौखलाया हुआ पाकिस्तान
जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करेगा कि पाकिस्तान को पानी की एक भी बूंद न मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के तहत यह बैठक आयोजित की गई। पाकिस्तान इस कार्रवाई से बौखलाया हुआ है, और पाकिस्तान की सीनेट ने इसे युद्ध की कार्रवाई के बराबर बताया है।