ब्लैक फंगस के बढ़ते कदम, 15 राज्यों में अब तक मिले 9000 से ज्यादा मरीज; 235 की मौत

देश में म्यूकर माइकोसिस (Mucormycosis) यानी ब्लैक फंगस (Black Fungus Patient)के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे है। अब तक ब्लैक फंगस के 9,320 मरीज मिल चुके है वहीं 235 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा 5000 हजार मामले तो अकेले गुजरात में ही सामने आए हैं। इस संक्रमण के चलते कुछ मरीजों की आंख तक निकालनी पड़ रही है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, तेलांगना और तमिलनाडु भी ब्लैक संक्रमण को महामारी घोषित कर चुके हैं।

इन 15 राज्यों में ये है स्थिति

राज्य - केस - मौतें
गुजरात - 5000 - 90
महाराष्ट्र - 1500 - 90
राजस्थान - 700 - आंकड़ा नहीं
मध्य प्रदेश - 700 - 31
हरियाणा - 316 - 8
उत्तर प्रदेश - 300 - 8
दिल्ली - 300 - 1
बिहार - 117 - 2
छत्तीसगढ़ - 101 - 1
कर्नाटक - 97 - 1
तेलांगना - 80 - आंकड़ा नहीं
उत्तराखंड - 46 - 3
चंडीगढ़ - 27 - आंकड़ा नहीं
पुडुचेरी - 20 - आंकड़ा नहीं
झारखंड - 16 - आंकड़ा नहीं

क्या होता है ब्लैक फंगस?

म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस म्यूकरमाइसेल्स नाम की फंफूद से पनपता है। ये मिट्टी, पेड़ों और सड़ते हुए जैविक पदार्थों में पाई जाती है। अगर आप मिट्टी में काम कर रहे हैं, बागवानी कर रहे हैं तो इसे आसानी से बाहर से घर में ला सकते हैं।

हालांकि, ये घर में भी मिलती है। सड़ती हुई ब्रेड और फलों में भी ब्लैक फंगस हो सकती है। ये एयरकंडीशनर के ड्रिप पैन में भी हो सकती है। यानी ये हमारे आसपास हर जगह है। यह फंगस भारत में उन कोरोना मरीजों में जिनका इलाज चल रहा है, या जो संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

मरीजों में ब्लैक फंगस का संक्रमण बेहद खतरनाक है, क्योंकि इसकी चपेट में आए करीब 50% मरीजों की जान चली गई है। इस फंगस के निशाने पर वो लोग बन रहे हैं, जिनका इम्युन सिस्टम कमजोर है। इस कमजोर इम्युनिटी की वजह अनियंत्रित डायबिटीज, स्टेरॉयड्स का इस्तेमाल और कीमियोथैरेपी भी हो सकती है।

दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि ब्लैक फंगस से बचाव के लिए कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मरीजों को डॉक्टर्स की सलाह पर ही स्टेरॉयड दिया जाना चाहिए। साथ ही स्टेरॉयड की हल्की और मीडियम डोज ही देनी चाहिए। अगर कोई लंबे समय से स्टेरॉयड ले रहा है, तो डायबिटीज जैसी समस्या आ सकती है। ऐसे में फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।