4 महीने में 18 करोड़ वैक्सीन लगीं, सरकार का दावा - अब अगले 7 महीने में लगा देंगे 249 करोड़

देश में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद से अब तक 18.58 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं। इनमें 14.35 करोड़ से ज्यादा लोगों को पहला और 4.22 करोड़ को दूसरा डोज लगाया गया है। शुरुआती 4 महीने में करीब साढ़े 18 करोड़ डोज लगा पाई सरकार अब अगले 7 महीने में करीब 249 करोड़ डोज लगवाने का दावा कर रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बुधवार को दावा किया कि भारत इस साल के आखिर तक कोरोना की 267 करोड़ डोज हासिल कर लेगा। यानी हम अपनी पूरी वयस्क आबादी को टीका लगाने की स्थिति में होंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के 51 करोड़ डोज जुलाई तक और 216 करोड़ अगस्त से दिसंबर के बीच उपलब्ध कराई जाएंगी।

ऐसे में सरकार को यह दावा पूरा करने के लिए हर महीने करीब 35 करोड़ यानी हर दिन 1 करोड़ से ज्यादा डोज लगाने होंगे। अभी वैक्सीनेशन की रफ्तार देखी जाए तो यह लक्ष्य हासिल कर पाना थोडा कठिन लग रहा है।

आपको बता दे, देश में वैक्सीनेशन के 123वें दिन यानी 18 मई को 12 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया। इनमें 10.96 लाख को पहला और सिर्फ 1.83 लाख को दूसरा डोज लग पाया। बीते 24 घंटे में इतने लोगों को लगी वैक्सीन...

- 18 से 44 साल उम्र के लोगों को - 5.14 लाख
- हेल्थ केयर वर्कर्स - 13,244 को पहला, 5 हजार को दूसरा डोज
- 45 से 60 साल - 3.62 लाख लोगों को पहला, 1.02 लाख को दूसरा डोज
- सीनियर सिटिजन - 1.44 लाख को पहला, 62, 227 को दूसरा टीका

अब तक कुल वैक्सीनेशन

- 18 से 44 साल उम्र के लोगों को - 64 लाख (1 मई से अब तक)
- हेल्थ केयर वर्कर्स - 96 लाख को पहला, 66.59 लाख को दूसरा डोज
- फ्रंटलाइन वर्कर्स - 1.45 करोड़ को पहला डोज, 82.36 लाख को दूसरा डोज
- 45 से 60 साल - 5.80 करोड़ को पहला, 93.51 लाख को दूसरा डोज
- 60 साल से ज्यादा - 5.48 करोड़ को पहला, 1.79 करोड़ को दूसरा डोज

6 से 8 महीने में दिखेगी कोरोना की तीसरी लहर

वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर देश में वैक्‍सीनेशन अभियान में तेजी नहीं आई तो अगले 6 से 8 महीने में कोरोना की तीसरी लहर देखने को मिल सकती है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि तीसरी लहर पहली और दूसरी के मुकाबले ज्यादा विकराल हो सकती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर देश में वैक्‍सीनेशन अभियान तेजी नहीं किया गया और कोरोना की गाइडलाइन पूरी तरह से पालन नहीं किया गया तो खतरा बढ़ सकता है।

कोविड-19 संक्रमण संबंधी अनुमान जताने के लिए गणितीय मॉडल का इस्तेमाल करने वाले आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर एम विद्यासागर ने कहा कि इस समय देश के ज्‍यादातर लोगों में एंटीबॉडी बन चुकी है। यही कारण है कि अब कोरोना का ग्राफ नीचे जाता दिखाई दे रहा है। ऐसे में समय रहते उन्‍हें कोरोना वैक्‍सीन नहीं दी गई तो लोगों के अंदर एंटीबॉडी समाप्त होने लगेगी और संक्रमण का खतरा एक बार फिर बढ़ने लगेगा अगले 6 से 8 महीने में कोरोना की तीसरी लहर देखने को मिल सकती है।

विद्यासागर ने कहा ऐसे में टीकाकरण अभियान को और तेज करने की जरूरत है। इसके साथ ही आने वाले कुछ महीनों में कोविड-19 को फैलने से रोकने में मददगार नियमों का पालन सख्‍ती से कराए जाने की जरूरत है।

उन्‍होंने कहा कि अगर इस ओर ध्‍यान नहीं दिया तो 6 से 8 महीने में तीसरी लहर आने की पूरी संभावना है।