कोरोना वैक्सीन की बर्बादी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं ये 8 राज्य

देश भर में 16 जनवरी 2021 को वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक 13 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोरोना वैक्सीन की 16.25 करोड़ से ज्यादा डोज अब तक दी जा चुकी है। वहीं, इस बीच देश में कोरोना वैक्सीन की कम से कम 3 लाख डोज अब तक बर्बाद हो चुकी हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, वैक्सीन की बर्बादी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार राज्य तमिलनाडु, असम, मणिपुर, हरियाणा, पंजाब, बिहार, नागालैंड और मेघालय हैं। जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में लक्षद्वीप और दादरा नगर हवेली शामिल हैं।

इसके विपरीत, केरल ने बर्बाद हुई वैक्सीन डोज का इस्तेमाल करके उपलब्ध डोज से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया। केरल को वैक्सीन की 73,38,806 डोज मिली थी। जबकि केरल ने वेस्ट हुई वैक्सीन का इस्तेमाल करके 74,26,164 डोज अपने नागरिकों को लगाया है।

केवल 3.04 करोड़ को लगी दोनों डोज

4 मई तक लगभग 5.3 करोड़ (53 मिलियन) 60 साल से अधिक उम्र के लोग और इतनी ही संख्या में 45-60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है। इसका मतलब यह है कि 45 से 60 साल के बीच 26% और 60 वर्ष से अधिक आयु के 38% लोगों को अब तक वैक्सीन की केवल एक डोज मिली है। आंकड़ों के मुताबिक, 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए राज्यों के पास 94.47 लाख (9.4 मिलियन) डोज उपलब्ध हैं। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार और हरियाणा के पास वैक्सीन डोज की सबसे अधिक संख्या है। देश भर में केवल 3.04 करोड़ (30.4 मिलियन) लोगों को अब तक वैक्सीन की दोनों डोज दी गई है।