पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के नेता इमरान खान शनिवार को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। वह देश के 22वें प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले शुक्रवार को पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में हुए एकतरफा चुनाव में इमरान खान को देश का नया प्रधानमंत्री चुना गया।
इमरान खान ने इस मुकाबले में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शाहबाज शरीफ को मात दी। हालांकि, बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जिसके पास 54 सीटें हैं, के मतदान में हिस्सा नहीं लेने के फैसले के बाद 15वीं नेशनल असेंबली में चुनाव महज एक औपचारिकता रह गई थी। निचले सदन में हुई इस चुनाव प्रक्रिया में इमरान को 176 वोट मिले जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी और पीएमएल-एन के प्रमुख शाहबाज शरीफ को 96 वोट मिले। उनके शपथ ग्रहण समारोह को लेकर पाकिस्तान के इस्लामाबाद में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद संसद में अपने पहले संबोधन में इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना मेरा पहला काम होगा। उन्होंने कहा कि मैं आज अपने वतन से वादा करता हूं कि हम वह तब्दीली लाएंगे जिसके लिए यह मुल्क लंबे समय से कोशिश करता रहा है।
इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा कि हमें इस देश में सख्त जवाबदेही कायम करनी है। मैं वादा करता हूं कि मैं पाकिस्तान को लूटने वालों के खिलाफ कार्रवाई करूंगा। जिस काले धन को सफेद किया गया, मैं उसे वापस लाऊंगा। जो पैसे शिक्षा, स्वास्थ्य और पानी पर खर्च होने चाहिए थे, वे लोगों की जेब में चले गए।
मैं ऐसी चुनाव प्रणाली बनाऊंगा जिससे कोई भी व्यक्ति भविष्य में चुनावों में खामियां नहीं तलाश पाए। इमरान ने कहा कि लेकिन कोई मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं करे। मैं किसी तानाशाह के कंधों पर चढ़कर नहीं आया, मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचा हूं। सिर्फ एक नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया और वह मेरे हीरो (पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली) जिन्ना थे।
भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार दिए गए नवाज शरीफ की तरफ इशारा करते हुए इमरान ने कहा कि वह किसी डकैत के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेंगे। इन सब के बीच भारतीय पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को इमरान खान के बुलावे के बाद लाहौर पहुंचे। वहां से वह इस्लामाबाद जाएंगे। जहां यह शपथ ग्रहण समारोह होना है। वे इमरान को तोहफे के रूप में पश्मीने का शॉल भेंट लेकर गए है। सिद्धू के पास 15 दिनों का वीजा है। बता दे, सिद्धू पहले दिन से ही कह रहे थे कि वे पाकिस्तान जाएंगे। इमरान खान ने अपने पुराने दोस्त सुनील गावस्कर, कपिल देव व नवजोत सिंह सिद्धू को शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने का न्योता दिया था। गावस्कर व कपिलदेव ने पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था ।
सिद्धू ने पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आये बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आये हैं।उन्होंने कहा कि मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं। मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं । उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे । उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे। अगर पड़ोसी के घर में आग लगी हो तो आंच हम पर भी आयेगी । इमरान के बारे में उन्होंने कहा कि मैने उसे अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाते देखा है। मैं दुआ करता हूं कि इमरान अपने देश के लिये समृद्धि का परिचायक बन जाये । गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और कपिल देव को भी समारोह में बुलाया गया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों से उसे ठुकरा दिया।
शुक्रवार को हुआ था सियासी सीन342 सदस्यों वाली पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सरकार बनाने के लिए 172 वोट की जरूरत होती है। लेकिन शुक्रवार को सियासी उठापटक शुरू हो गई। पीपीपी के 54 मतों को शाहबाज शरीफ के पक्ष में करने के लिए पीएमएल (एन) के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने बिलावल भुट्टो की सीट के पास जाकर उन्हें मतदान में हिस्सा लेने के लिए मनाया, लेकिन वह नहीं माने। यही नहीं, शाहबाज शरीफ ने भी बिलावल से मतदान में शामिल होने को कहा था। इसके साथ ही जताम-ए-इस्लामी ने भी मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
इमरान को मिला छोटे दलों का साथ इरमान खान को मतदान के दौरान छोटे दलों का साथ मिला। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, बलोचस्तान अवामी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग, ग्रांड डेमोक्रेटिक अलायंस और अवामी मुस्लिम लीग जैसे दलों ने इमरान के पक्ष में वोट दिया।
फोन कर इमरान ने दिया था न्योतापाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चेयरमैन इमरान खान की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण पत्र भेजा गया था। इसके लिए इमरान खान ने सिद्धू को निजी तौर पर फोन करके समारोह में आने का न्योता भी दिया था। सिद्धू ने यह न्योता कबूल किया और वे पाकिस्तान पहुंच गए हैं।