पाकिस्तान के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान 11 अगस्त को शपथ लेने वाले हैं। इमरान खान सादे समारोह में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेना चाहते हैं और वह विदेशी नेताओं तथा मशहूर हस्तियों को इसमें बुलाए जाने के पक्षधर नहीं हैं। खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी 25 जुलाई को हुए चुनावों में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है।
पार्टी ने कहा, 'यह निर्णय लिया गया है कि किसी भी विदेशी शख्सियत को शपथग्रहण में आमंत्रित नहीं किया जाएगा। यह पूरी तरह से राष्ट्रीय कार्यक्रम होगा। केवल इमरान खान के कुछ करीबी दोस्तों को बुलाया जाएगा।' पहले ऐसी खबर थी कि खान ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, सुनील गावस्कर और कपिल देव को आमंत्रित किया है। सिद्धू ने उनके निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा था कि वह इसमें शामिल होने के लिए पड़ोसी देश जरूर जाएंगे। उन्होंने इसे सम्मान की बात बताया था।
हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि इस आमंत्रण के अब कुछ मायने हैं या नहीं। पीटीआई सूत्रों के अनुसार, 'खान विदेशों में रह रहे अपने निजी दोस्तों को अभी भी बुला सकते हैं।'
डॉन अखबार के मुताबिक, आज इस पर रुख बदलते हुए खान ने सादे समारोह में शपथ लेने का फैसला किया है। डॉन ने पीटीआई प्रवक्ता फवाद चौधरी के हवाले से कहा, ‘‘पीटीआई चेयरमैन ने सादगी से शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का निर्देश दिया है। वह ऐवान-ए-सदर (राष्ट्रपति आवास) में सादे समारोह में शपथ लेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह फैसला किया गया है कि समारोह में किसी भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति को आमंत्रित नहीं किया जाएगा। यह पूरी तरह से राष्ट्रीय समारोह होगा। केवल इमरान खान के कुछ करीबी दोस्तों को आमंत्रित किया जाएगा। समारोह में फिजूलखर्ची नहीं की जाएगी।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘इमरान के कुछ विदेशी दोस्त ही हैं जिन्हें समारोह में आमंत्रित किया जा रहा है।’’ राष्ट्रपति ममनून हुसैन खान को पद की शपथ दिलाएंगे। चुनावों में पीटीआई की जीत के बाद खान ने करदाताओं का पैसा बचाने के लिए सख्त कदम उठाने का इरादा जताया है। उन्होंने घोषणा की कि वह प्रधानमंत्री आवास में रहने नहीं जाएंगे और इमारत के भविष्य के बारे में अंतिम फैसला पार्टी करेगी।
नवजोत सिंह सिद्धू ने बांधे इमरान खान की तारीफों के पुल- गुरुवार को इमरान खान की तारीफों के पुल बांधते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था, 'गुणवान व्यक्ति की प्रशंसा की जाती है, शक्तिशाली व्यक्ति से डरा जाता है लेकिन चरित्रवान इंसान पर भरोसा किया जाता है।
- खान साहब चरित्रवान इंसान हैं। उनपर भरोसा किया जा सकता है।
- उन्होंने एक ऐसी जगह पर वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाया है जहां उचित स्वास्थ्य देखभाल की कमी थी। राजनीति में उनकी यात्रा को देखिए। वह परेशानियों के बावजूद उबरे हैं। उन्होंने सिस्टम से लड़ाई की है और अब वह चीजों को बदलेंगे।'