हरियाणा : शराब तस्करी के लिए ली जा रही थी चोरी के जन औषधि वाहन की मदद, बेचते थे बिहार में दोगुने दाम पर

हरियाणा के हिसार जिले में शराब तस्करी का मामला सामने आया हैं जहां चोरी के जन औषधि वाहन की मदद लेकर गलत काम को अंजाम दिया जा रहा था। आरोपियों ने कैथल से पिकअप चोरी करके यूपी के बदायूं में बंद बॉडी लगवाई और नंबर बदला। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी इससे पहले भी शराब की तस्करी कर चुके हैं। आरोपी सैनिटाइजर व दवाइयां बताकर 'ड्राई स्टेट' बिहार में शराब डबल रेट पर बेचते थे। हरियाणा से 5 लाख कीमत की शराब को बिहार में ले जाकर 10 लाख रुपए में बेच देते थे। चेकिंग टीम को झांसा देने के लिए यूपी नंबर की प्लेट व भारत सरकार, जन औषधि आदि लिखवाया हुआ था।

पिकअप जून महीने में कैथल के कलायत से चोरी की गई थी। चोरी करने के बाद इस गाड़ी को बदायूं ले जाया गया और वहां पर इसको बंद बॉडी औषधि सप्लाई वाहन के रूप में तैयार किया गया। मामले में गिरफ्तार किए गए यूपी के सिकंदराबाद वासी ताजू ने यह खुलासा किया है कि उसको यह गाड़ी अजय यादव ने दी थी। वह सिर्फ शराब की सप्लाई करने में शामिल था।

आरोपी अजय यादव को पकड़ने के लिए पुलिस बुधवार को आरोपी ताजू को यूपी के बदायूं लेकर गई है। आरोपी अजय यादव की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले में आगे का खुलासा होगा। हिसार पुलिस ने रामायण टोल के पास भारत सरकार व जन औषधि लिखी हुई एक यूपी नंबर की बंद बॉडी पिकअप को पकड़ा था। इस गाड़ी से अलग-अलग ब्रांड की 132 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई थी।