अटल टनल रोहतांग निर्माता कंपनी के अधिकारी सम्मानित

रोहतांग को लेह की सीमा से जोड़ने वाली ‘अटल टनल’ बनकर तैयार है। 10 हज़ार फ़ुट की ऊंचाई पर 8.8 किलोमीटर लंबी यह दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है। अटल टनल को बनने में करीब 10 साल का समय लगा। इसके ज़रिए मनाली से लेह की दूरी करीब 46 किलोमीटर कम हो जाएगी।

निर्माण में मुख्य भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को सम्मानित

इको टूरिज्म सोसायटी लाहुल स्पीति ने अटल टनल निर्माण में मुख्य भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया। मनाली में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लाहुल-स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने सभी सूत्रधार सम्मानित किए। पूर्व विधायक ने कहा कि यह लाहुलियों के सपनों की टनल है। टनल के बनने से सदियों से सर्दियों का कहर झेलने वाले लाहुल घाटी के लोगों को राहत मिलेगी। सुरंग के निर्माण का श्रेय कांग्रेस सहित भाजपा को जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सुरंग के निर्माण का सपना देखा जिसे अटल बिहारी वाजपेयी ने पूरा किया है। इसके निर्माण को लेकर लता ठाकुर, ठाकुर देवी सिंह सहित अर्जुन गोपाल, हिशे डोगिया, छेरिग दोरजे, मंत्री डॉ रामलाल मार्कंडेय सहित समस्त जनता को जाता है।

अटल टनल रोहतांग के निदेशक कर्नल परीक्षित मेहरा ने बताया कि सभी के सहयोग से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) देश के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को तैयार करने में सफल रहे हैं। सुरंग के निर्माण के हालांकि देरी हुई है लेकिन बीआरओ को सुरंग को बहुत कुछ सिखाया भी है। बहुत जल्द प्रधानमंत्री टनल को लोकार्पित करेंगे।

स्ट्रॉबेग व एफकॉन कम्पनी के मैनेजर सुनील त्यागी ने कहा कि ऊंचाई में बनने वाली दुनिया की पहली इस सुरंग में काम करने वाले हर इंजीनियर को कुछ न कुछ नया सीखने में मिला है।

इको टूरिज्म सोसायटी के चेयरमैन रिगजिन हायरपा, अध्यक्ष रमेश फरका व सचिव ने सभी का आभार जताया।

इन्हें किया गया सम्मानित

चीफ इंजीनियर केपी पुरसोथमन, कर्नल परीक्षित मेहरा, प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील त्यागी, लेफ्टिनेंट कर्नल विनोद, लेफ्टिनेंट कर्नल जीत सिंह, लालमनी, यलचिन, शिवांग, राजेश अरोरा, संजीव, अरविद, संजय, अशीतोष, संदीप, उमेश, विजय, दिलवर, श्रीकांत, मुथु कुमार, बृजेश, स्नेहश, विजय, उमेश, राजीव, रमेश, चूड़ामणि, रेनिका, योगेश, पदम, फिरो•ा, राहुल, रणजीत, मनजीत, रामा कांत, संजीव, विजय, सुरजीत व सम्राट सिंह, राज कुमार, केवल, मनोज, सुंदर, इंदर सिंह सहित पत्रकार सुरेश, संदीप, मोहन बोकटपा, जसवंत, रतन कटोच, शिव राम, सोनू शर्मा, शाम आजाद को भी सम्मनित किया गया।

आपको बता दे, इस टनल से अब लद्दाख पूरे साल देश के दूसरे हिस्सों से जुड़ा रहेगा। इसके कारण मनाली से लेह के बीच 46 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। इस टनल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर है। इस टनल की फोटोज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। लोग इसे शेयर कर रहे हैं और लाइक्स, कमेंट्स का दौर जारी है। इस सुरंग के भीतर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। इस सुरंग से हिमाचल के लाहौल वासियों को कई सुविधाएं मिल सकेंगी ।

क्यों खास है ये टनल

10,171 फीट की ऊंचाई पर बनी है। रोहतांग पास से इसे जोड़कर बनाया गया है। यह दुनिया की सबसे ऊंची और सबसे लंबी रोड टनल है। करीब 8.8 किलोमीटर लंबी है, 10 मीटर चौड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे।

कब से शुरू हुआ काम

साल 2003 में सुरंग की आधारशिला रखी गई थी। इसकी मदद से लाहौल-स्पीति के बीच सभी तरह के मौसम में सड़क यातायात सुगम हो जाएगा और इससे पर्यटन में भी गति आएगी क्योंकि इससे पहले ठंड में देश के बाकी हिस्सों से यहां का संपर्क टूट जाता था।