केरल में बाढ़, अलर्ट जारी, कोच्चि एयरपोर्ट पर भरा पानी, प्रभावित लोगों तक पहुंचाई जा रही मदद

कर्नाटक के बाद अब केरल (Kerala) में लगातार हो रही बारिश ने भीषण तबाही मचा रखी है। भारी बारिश (Heavy Rainfall) के चलते मौसम विभाग ने चार जिलों - इदुक्की, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड में 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जो भारी बारिश की चपेट में हैं। मौसम विभाग के मुताबिक इन जिलों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलेंगी। केरल के तट से सटे इलाकों में पश्चिम दिशा की ओर से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है. इस कारण मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। केरल में ज्यादातर नदियों और बांधों का जलस्तर बढ़ जाने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। केरल की प्रमुख नदियों जैसे मणिमाला, मीनाचल, मूवट्टापुझा, चलियार, वालापट्टनम, इरूवाझीनीपुझा और पंबा में बाढ़ के कारण जलस्तर बढ़ गया है। केरल के कन्नूर, वायनाड, इदुक्की, मलप्पुरम, कोझीकोड और कासरगोड में बाढ़ जैसे हालात हैं, जिसके कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के कारण राज्‍‍‍य में स्‍कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

वही रविवार दोपहर तीन बजे तक कोच्चि के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमानों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। जिसे पहले शुक्रवार सुबह 9 बजे तक स्‍थगित किया गया था। बताया जाता है कि बाढ़ का पानी एयरपोर्ट की पार्किंग में भी भर गया है। एक अधिकारी ने बताया, बाढ़ के कारण एयरपोर्ट का ज्यादातर हिस्सा जलमग्न हो गया है। नए निर्देश के मुताबिक 11 अगस्त को दोपहर तीन बजे तक कोच्चि हवाई अड्डे पर सभी विमान संचालन को रोक दिया गया है।

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KDSMA) ने भारी बारिश को देखते हुए 22,165 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है और राज्य भर में 315 शिविरों में बाढ़ग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोगों को पहुंचाया जा रहा है। राज्य की पिनराई विजयन सरकार ने राज्य भर के स्कूलों के लिए छुट्टी घोषित कर दी है। वडाकरा और वायनाड में भारी बारिश से भूस्‍खलन हुआ है। वायनाड के पुथुमाला से दो शव बरामद किए गए हैं, जबकि 10 लोगों के अब भी वहां फंसे होने की आशंका है। वही पट्टानाथिट्टा, एर्नाकुलम, इदुक्‍की, वायनाड और त्रिशूर बाढ़ के कारण सर्वाधिक प्रभावित हैं, जहां आज 10 लोगों की मौत हो गई। केरल में कबिनी बांध का जलस्तर 46,000 क्यूसेक बढ़ गया है। अभी तक की खबर के मुताबिक कबिनी डैम से 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस वक्त कबिनी डैम में 2281.5 फीट पानी है जबकि अधिकतम सीमा 2284 फीट है। बाढ़ के चलते केरल में अब तक 22 हजार से ज्यादा लोगों को बाढ़ग्रस्त इलाके से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गुरुवार रात को कहा था कि सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।