छावनी बनी अयोध्या, पीएसी की 47 कंपनियां तैनात, 200 और बुलाईं, धारा 144 लागू

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की संविधान पीठ बुधवार को अयोध्या मामले (Ayodhya Case) में आखिरी सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान कहा कि कल यानि बुधवार को अयोध्‍या विवाद मामले में वह सुनवाई पूरी करने की कोशिश करेंगे। इसके लिए उन्‍होंने दोनों पक्षाों को दलील देने के लिए कहा है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने रामलला के वकील सीएस वैधनाथन से कहा कि वे बुधवार को 45 मिनट बहस कर सकते हैं। मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने पूछा कि क्या मोल्डिंग ऑफ रिलीफ़ पर भी बुधवार को ही बहस होगी? कोर्ट ने कहा बुधवार को एक घंटा मुस्लिम पक्षकार जवाब देंगे। चार पक्षकारों को 45-45 मिनट मिलेंगे। अयोध्या मामले की सुनवाई बुधवार को ही खत्म होने की उम्मीद है। वही फैसला आने से पहले अयोध्या छावनी में तब्दील हो चुका है। हालांकि, यहां हमेशा ही हाई सिक्योरिटी रहती है, लेकिन इस बार हालात ज्यादा संवेदनशील हैं। इसी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी, डीजीपी ओपी सिंह सहित कई बड़े अफसर लगातार दौरा कर रहे हैं।

सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को तीन जोन में बांटा गया है- रेड जोन, यलो जोन और ब्लू जोन। रेड जोन में विवादित स्थल की सुरक्षा है। यहां सुरक्षाबल आधुनिक हथियारों, वॉच टॉवर, ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से लैस हैं। अयोध्या में दाखिल होने के सभी रास्तों, घाटों और सरयू नदी के तट की निगरानी के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अयोध्या में दाखिल होने वाले सभी प्रवेश द्वारों पर बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसी की 47 कंपनियां तैनात हैं। जल्द ही पीएसी की 200 कंपनियां और अर्द्धसैनिक बल और तैनात किए जाएंगे। अयोध्या जिले में 10 दिसंबर तक धारा 144 लगा दी गई है। धारा 144 लागू होने से प्रशासन ने सार्वजनिक स्थल पर टीवी डिबेट पर रोक लगा दी है।