बड़ी कामयाबी : टैंकर से बरामद किया गया 505 किलोग्राम गांजा, नक्सली इलाकों में हो रही अवैध खेती

बीते दिनों सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के मामले में जांच के दौरान NCB को ड्रग्स कनेक्शन मिले जिसके तहत रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया गया। इस मामले के बाद से ही देश में गांजा और ड्रग्स को लेकर बड़ी बहस भी छिड़ चुकी हैं। ऐसे में अब एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली हैं और उन्होनें शुक्रवार रात को सिकंदरा क्षेत्र में टैंकर से 505 किलोग्राम गांजा बरामद किया। पूछताछ के दौरान पता चला कि नक्सली इलाकों में गांजे की अवैध खेती हो रही हैं। ओडिशा के नक्सल प्रभावित इलाकों से भी ताजनगरी में गांजा लाया जा रहा है। खेतों से माल लाकर ट्रकों और टैंकरों में लोड कराकर भेज दिया जाता है। खरीदार माल लेने के बाद दोगुने से अधिक दामों में फुटकर में बेच देते हैं। इसके बाद पुड़िया बनाकर लोगों को बिक्री किया जाता है। थाना सिकंदरा क्षेत्र में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) की पकड़ में आए तीन आरोपियों से पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है।

एसटीएफ ने शुक्रवार रात को सिकंदरा क्षेत्र में टैंकर से 505 किलोग्राम गांजा बरामद किया था। तीन आरोपी प्रशांत कुशवाहा, रामेश्वर मीणा और रघुवेंद्र सिंह पकड़े गए थे। वहीं मथुरा के बल्देव निवासी ध्रुव और रवेंद्र के नाम आए थे। ये फरार हैं। गिरफ्तार आरोपियों से एसटीएफ ने पूछताछ की। उन्होंने बताया कि ओडिशा के टीटलागढ़ के जंगल में काना कूरा नाम का व्यक्ति गांजा की बिक्री करता है। यह पूरा इलाका नक्सल प्रभावित है। जंगल में अवैध तरीके से गांजा की खेती होती है। गांजा को खेतों से लाकर बाहर रख दिया जाता है। इसको एक व्यक्ति वाहनों में लोड करा देता है। पेमेंट ऑनलाइन कर दिया जाता है।

माल लाने वाले को खरीदार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है। फोन से एकदूसरे के संपर्क में रहते हैं। तीनों आरोपी इससे पहले नौ बार टैंकर से गांजा लेकर आ चुके हैं। इससे पहले ट्रक में लाते थे। इसमें पकड़े जाने का डर रहता था। मगर, टैंकर को पुलिस आसानी से नहीं रोकती है। इस वजह से बच रहे थे।