जीत ली जंग : 6 और 8 साल के भाई-बहन ने कोरोना को हराया, अपनी मां से हुए थे संक्रमित

हरियाणा के सिरसा स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती दो संक्रमित बच्चों ने कोरोना को हरा दिया। 8 और 6 साल के दोनों भाई-बहन 15 दिन तक अस्पताल में भर्ती थे। आखिरकार दोनों ने कोरोना को हरा दिया। दोनों बच्चों के 15 दिन कैडी क्रश खेलकर बीते, एक ही बेड पर लेटकर गेम खेलते और कार्टून देखते थे और मां से वीडियो कॉल से बात करते थे। अस्पताल से जाते वक्त वे भी खुश थे। डॉक्टरों ने तालियां बजाकर घर के लिए दोनों बच्चों को रवाना किया।

मां से हुए थे संक्रमित

सिरसा की बंसल कॉलोनी में रहने वाली महिला 30 मार्च को कोरोना पॉजिटिव मिली थी। पिछले 15 दिन से उसकी तबीयत खराब चल रही थी। वह सिरसा में पीजी चलाती थी। उसके पति चंडीगढ़ में पीजी चलाते हैं। महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसके पति, बेटे (8), बेटी (6) , ससुर समेत घर के सभी सदस्यों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। 31 मार्च को जांच में दोनों बच्चे पॉजिटिव मिले थे। उन्हें सिरसा सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया था।

वीडियो गेम और कार्टून देख कर निकाले 15 दिन

बच्चों के पिता और दादा समेत बाकी परिवार वालों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। पिता चंडीगढ़ से दो दिन बाद उनके पास पहुंचे। उन्होंने आते ही दोनों बच्चों को एक-एक मोबाइल दे दिया। फिर क्या था, मोबाइल मिलते ही बच्चों ने अपनी पसंदीदा कैंडी क्रश वीडियो गेम और कार्टून शुरू कर दिए। एक बेड पर लेटकर दोनों दिन भर गेम और कार्टून देखते। उनकी मां रोहतक पीजीआई में भर्ती थी। ऐसे में अपनी मां से घंटो-घंटो वीडियो कॉल करते। दूसरे अस्पताल में क्वारैंटाइन किए गए दादा को भी वीडियो कॉल करके बात करते थे। इस तरह दोनों के 15 दिन कब बीत गए पता ही नहीं चला।

सिरसा सिविल सर्जन ने कही ये बात

सिरसा सिविल सर्जन एसके नैन ने बताया कि बच्चे मोबाइल में दिन भर मस्त रहते थे और जैसा-जैसा हम बोलते थे वैसा ही करते थे। वे हमारे द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह से पालन करते थे। दवाई समय पर लेते थे। उनकी पहली दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी लेकिन फिर लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।