हरियाणा: भाजपा और जेजेपी गठबंधन टूटने के कगार पर, मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों से इस्तीफा देने को कहा

चंडीगढ़। हरियाणा के निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने दावा किया है कि हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूटने के कगार पर है, लेकिन कुछ निर्दलीय विधायक एमएल खट्टर सरकार का समर्थन करेंगे। हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ अपना गठबंधन खत्म कर सकती है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सभी मंत्रियों से इस्तीफा देने को कहा है।

सूत्रों के मुताबिक, राज्य मंत्रिमंडल भी इस्तीफा दे सकता है और मंगलवार दोपहर 1 बजे तक भाजपा विधायकों के राजभवन पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी छह निर्दलीय विधायकों और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के एक विधायक के साथ नई सरकार बना सकती है।

लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में सीट-बंटवारे के समझौते पर पहुंचने में विफलता के बाद भाजपा और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जेजेपी के बीच संबंध खराब हो गए हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।

90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में, भाजपा के 41 विधायक, कांग्रेस के 30 और जेजेपी के 10 विधायक हैं। सात निर्दलीय हैं, जबकि इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) और एचएलपी का एक-एक विधायक है।

भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी नेता तरुण चुघ को पर्यवेक्षक के रूप में हरियाणा भेजा है और उनके दोपहर 12 बजे बुलाई गई विधायी बैठक में भाग लेने की संभावना है।

निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने कहा कि उन्हें लग रहा है कि जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए रावत ने कहा कि, मैंने कल मुख्यमंत्री से मुलाकात की। हमने पहले ही मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। हमने लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की। मुझे ऐसा लगा कि जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।

भाजपा और जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) दोनों के शीर्ष नेतृत्व ने अपने-अपने विधायकों की अलग-अलग बैठकें बुलाई हैं। इससे पहले मनोहर लाल खट्टर अपने आवास पर सभी भाजपा मंत्रियों की बैठक लेंगे। पीटीआई के अनुसार, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब सहित केंद्रीय भाजपा नेता बदलावों की निगरानी के लिए राज्य में हैं।

आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा और जेजेपी के बीच संबंधों में तनाव के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है। सूत्रों ने कहा कि जेजेपी दो सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक है। हालांकि, बीजेपी जेजेपी को सीटें देने के पक्ष में नहीं है क्योंकि वह हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।

कहा जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भाजपा-जेजेपी गठबंधन के भविष्य को लेकर दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भगवा पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के बाद भाजपा और जेजेपी ने चुनाव बाद गठबंधन बनाया। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।