निकिता मर्डर केस : दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार, सरकार बोली- परिवार को दिलाएंगे इंसाफ

दिल्ली से सटे फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में कॉलेज छात्रा की दिनदहाड़े हुई हत्या को लेकर बवाल बढ़ गया है। पीड़ित परिवार सड़क पर बैठ गया है। इस वारदात को लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। वहीं, इस बीच पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया रेहान नूंह जिले का रहने वाला है। मंगलवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों तौसीफ और रेहान को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है।

मंगलवार को इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं राज्य के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि घटना में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल हथियार को भी बरामद कर लिया है। उन्होंने कहा इस मामले की जांच एसीपी क्राइम अनिल कुमार की अध्यक्षता में एसआईटी की टीम कर रही है। विज ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि मामले की जल्दी जांच करवाकर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जाए।

धरने पर बैठा पीड़ित परिवार

पुलिस ने भले ही मुख्य आरोपी तौसिफ को गिरफतार कर लिया है लेकिन धरने पर बैठा पीड़ित परिवार लगातार इंसाफ की मांग कर रहा है। परिवार ने दिल्ली-मथुरा हाईवे को जाम कर दिया है। परिवार का कहना है कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हैं कि अगर यूपी में अपराधियों का एनकाउंटर हो सकता है तो हरियाणा में क्यों नहीं हो सकता है। हमें यूपी जैसा न्याय चाहिए। हम हमेशा बीजेपी के साथ खड़े रहे हैं, लेकिन आज हमारे साथ कोई नहीं है। न तो बीजेपी वाले आएं और न ही कांग्रेस या बीएसपी वाले।

निकिता के परिवार का कहना है कि यह लड़का कई साल से निकिता को तंग कर रहा था। हमने 2018 में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद लड़के के परिवारवालों ने हाथ-पैर जोड़ लिए। हमने भी सोचा और मामला वापस ले लिया। उसके बाद कोई दिक्कत नहीं थी। निकिता के परिवार का कहना है कि तौसिफ कुछ दिनों से लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था। सोमवार शाम को लड़की पेपर देकर बाहर निकल रही थी। तौसिफ आया और जबरदस्ती गाड़ी में खींचने लगा। जब लड़की नहीं मानी तो उसने गोली मार दी। न तो लड़की, न परिवार और न कोई और, शादी के पक्ष में था।