ताऊ ते ने गुजरात में मचाया कहर; 45 लोगों को हुई मौत, 2 लाख से ज्यादा पेड़ गिरे

गुजरात से ताऊ ते तूफान का संकट तो गुजर गया है। लेकिन, इस चक्रवात ने राज्य में काफी नुकसान पहुँचाया है। चक्रवाती तूफान ताउते (Tauktae Cyclone) के कारण गुजरात के 12 जिलों में करीब 45 लोगों को मौत हो गई। वहीं 2 लाख से ज्यादा पेड़ गिर हुए हैं। अभी 112 रास्ते बंद हैं। अभी तक की जानकारी के मुताबिक 20 हजार से ज्यादा कच्चे मकान भी प्रभावित हुए हैं। राज्य आपदा अभियान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भावनगर और गिर सोमनाथ तटीय जिलों में 8-8 लोगों की मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद में 5, खेड़ा में 2, आनंद, वडोदरा, सूरत, वलसाड, राजकोट, नवसारी और पंचमहल जिलों में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई। उन्होंने बताया कि 24 लोगों की मौत तूफान के दौरान दीवारें गिरने की वजह से हुई, वहीं 6 लोगों की मौत उनपर पेड़ गिरने से हुई। 5-5 लोगों की मौत घर ढहने और करंट लगने से, 4 लोगों की मौत छत ढहने से और 1 व्यक्ति की मौत टावर गिरने की वजह से हुई

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि पूरा प्रशासन पिछले तीन दिनों से तैयारी में व्यस्त था, इस वजह से बड़ी दुर्घटना या जनहानि नहीं हुई। चक्रवात की वजह से 5,958 गांवों में बिजली सप्लाई बाधित हुई थी। इनमें से 2,101 गांवों में सप्लाई फिर शुरू हो गई है। जबकि 3,850 गांवों में काम चल रहा है। तूफान से प्रदेश की 96 तहसीलों में भारी बारिश हुई। उमरगांव में सबसे ज्यादा 14 इंच बारिश हुई है।

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ताऊ ते से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दीव के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। पीएम मोदी चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एक दिवसीय गुजरात दौर पर आज भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से बात की और चक्रवाती तूफान से राज्य में पैदा हालात का जायजा लिया क्योंकि सोमवार रात वहां तूफान के कारण भूस्खलन भी हुआ।