'मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि, हम नहीं चाहते उनका नुकसान हो', 20,000 करोड़ का FPO रद्द करने के बाद बोले गौतम अडाणी

अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने बुधवार देर रात 20,000 करोड़ रुपए के फुली सबस्क्राइब्ड फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को रद्द कर दिया। इन्वेस्टर्स का पैसा वापस किया जाएगा। इस इक्विटी शेयर्स की फेस वैल्यू एक रुपए है। FPO रद्द करने के बाद गौतम अडानी (Gautam Adani) ने खुद सामने आकर निवेशकों को समझाया है और इसे वापस लेने की वजह भी बताई। 20,000 करोड़ रुपये के लिए ये FPO 27 जनवरी 2023 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 31 जनवरी 2023 को फुल सब्सक्राइब होकर क्लोज हुआ था।

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने FPO रद्द करने के बाद एक वीडियो मैसेज दिया। इसमें इन्वेस्टर्स का शुक्रिया अदा किया। कहा, 'पिछले हफ्ते स्टॉक में हुए उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी के बिजनेस और उसके मैंनेजमेंट में आपका भरोसा हमारे लिए आश्वासन देने वाला है। मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। बाकी सब कुछ सेकेंडरी है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। बोर्ड ने महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।'


गौतम अडाणी ने कहा कि अडाणी इंटरप्राइजेज ने 1 फरवरी को हुई बोर्ड मीटिंग में फैसला लिया है कि हम FPO को आगे नहीं ले जाएंगे। हमने हालात और स्टॉक में उतार-चढ़ाव को देखते हुए फैसला लिया है कि ग्राहकों के हित में FPO के साथ आगे नहीं बढ़ा जाएगा और ट्रांजैक्शन पूरी तरह से वापस लिया जाएगा। हम इन्वेस्टर्स को FPO में शामिल होने के लिए धन्यवाद देते हैं। इस FPO का सब्सक्रिप्शन कल (31 जनवरी को) सफलतापूर्वक बंद हुआ है।

गौतम अडाणी ने कहा कि स्टॉक अस्थिर होने के बावजूद इस कंपनी, हमारे बिजनेस और हमारे मैनेजमेंट में आपके भरोसे और विश्वास के लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं। हालांकि आज मार्केट अभूतपूर्व रहा है। हमारे स्टॉक प्राइस में दिन-भर उतार-चढ़ाव आया है। ऐसे असाधारण हालात को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने महसूस किया कि अभी इस FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक तौर पर सही नहीं होगा। हमारे इन्वेस्टर्स का हित सबसे आगे है।

गौतम अडाणी ने कहा कि इसलिए भविष्य में होने वाले किसी फाइनेंशियल लॉस से उन्हें बचाने के लिए बोर्ड ने तय किया है कि इस FPO के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे। हम अपने लोगों को रिफंड देने के लिए अपने बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (BRLM) के साथ काम कर रहे हैं। हमारी बैलेंस शीट इस समय बहुत मजबूत है। हमारा कैश फ्लो और एसेट सिक्योर है। साथ ही कर्ज चुकाने का हमारा रिकॉर्ड सही रहा है।

गौतम अडाणी ने कहा कि हमारे इस फैसले से हमारे मौजूदा ऑपरेशंस और भविष्य की हमारी योजनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम लॉन्ग टर्म वैल्यू क्रिएशन पर फोकस रखना जारी रखेंगे और हमारी ग्रोथ आंतरिक बढ़ोतरी के हिसाब से मैनेज की जाएगी।जैसे ही बाजार स्थिर होगा हमारी कैपिटल मार्केट स्ट्रेटजी का रिव्यू करेंगे। हमें पूरा भरोसा है कि हमें आपका सहयोग मिलता रहेगा। हम पर भरोसा रखने के लिए धन्यवाद।'

FPO क्या होता है?

FPO यानी फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर कंपनी के लिए पैसे जुटाने का एक तरीका है। जो कंपनी पहले से शेयर मार्केट में लिस्टेड होती है वो निवेशकों के लिए नए शेयर ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में मौजूद शेयरों से अलग होते हैं। ज्यादातर ये शेयर प्रमोटर्स जारी करते हैं। FPO का इस्तेमाल कंपनी के इक्विटी बेस में बदलाव करने के लिए होता है। कंपनियां अपने विस्तार के लिए IPO या FPO का इस्तेमाल करती हैं। इनीशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO के जरिए कंपनी पहली बार बाजार में अपने शेयर्स उतारती है। जबकि FPO में अतिरिक्त शेयर्स को बाजार में लाया जाता है।

अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में भारी गिरावट

अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर बुधवार को 28.5% गिरकर 2,128.70 रुपये पर बंद हुआ। अडानी एंटरप्राइजेज ने 3,112 रुपये से 3,276 रुपये के प्राइस बैंड में शेयर बेचे थे। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर से 49% से अधिक नीचे हैं। केवल एक सप्ताह में इसके स्टॉक 37% से अधिक नीचे हैं।