महाराष्ट्र: नहीं मिली एंबुलेंस, तो कूड़ा गाड़ी से श्मशान ले गए कोरोना का शव

महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए महाराष्ट्र के चार जिलों में आज से हार्ड लॉकडाउन लगा दिया गया है। इन जिलों में सतारा, सांगली, बारामती और अहमदनगर शामिल है। यहां किराना, फल, सब्जी, बेकरी, डेयरी, मिठाई और खाद्य पदार्थ की दुकानें भी अगले 7 दिनों तक यानी 10 मई तक बंद रहेगा। हालांकि, ये सभी होम डिलवरी कर सकेंगे। यह लॉकडाउन आज (मंगलवार) सुबह सात बजे से अगले सात दिनों तक यानी 10 मई की रात 12 बजे तक लागू रहेगा। वहीं, कोरोना से जूझ रहे महाराष्ट्र से मानवता को झकझोर देने वाला एक मामला सामने आया है। जिसको जानने के बाद हर किसी की आंखे नम हो गई। राज्य के उस्मानाबाद जिले में कोविड-19 महामारी से मरने वाले एक व्यक्ति के शव को कूड़ा उठाने वाले वाहन के जरिये श्मशान पहुंचाया गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वहां कोई एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई और निजी वाहनों ने शव को श्मशान तक पहुंचाने से मना कर दिया।

धोल्की पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सोमवार की है। जब किसी गांव का एक व्यक्ति सात किलोमीटर दूर नजदीक के तेर गांव में डॉक्टर के पास गया और वहीं उसके क्लीनिक के बाहर गिर गया। इस घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। जिसके बाद सरकारी अस्पताल की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची। उस व्यक्ति की रैपिड एंटीजन जांच किए जाने पर वह कोरोना से संक्रमित पाया गया।

अस्पताल के कर्मचारियों ने आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के बाद शव को गांव के लोगों के हवाले कर दिया। गांव के सरपंच विजय हजगुड़े ने बताया कि मृतक के शव को श्मशान घाट ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करने की कोशिश की गई, लेकिन तेर अस्पताल की एंबुलेंस एक गर्भवती महिला को ले जाने के लिए बुक थी।

दोगुना किराया देने की पेशकश करने के बावजूद भी निजी वाहनों ने श्मशान घाट जाने से इनकार कर दिया। अंत में कूड़ा उठाने वाली गाड़ी से शव को श्मशान घाट तक पहुंचाया गया।